– सौरभ कुमार :
क्रिकेट के मैदान पर सात नंबर की जर्सी ने एक अलग पहचान हासिल की हुई है।
जो भी खिलाड़ी इस नंबर की जर्सी को पहनता है वह खुद ब खुद सुर्खियों में
आ जाता है। वैसे तो सात नंबर की इस जर्सी को पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र
सिंह धोनी ने ही एक खास पहचान दिलाई है क्योंकि धोनी हमेशा से ही सात
नंबर की जर्सी पहनते आए हैं। चाहे वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या फिर
आईपीएल, हमेशा धोनी को सात नंबर की जर्सी पहने देखा गया है। सच तो यह है
कि सात नम्बर की जर्सी के साथ उनका खास रिश्ता रहा है।
वहीं अब भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल भी इसी नम्बर की जर्सी
में नजर आने लगे हैं जो आईपीएल में गुजरात टाइटंस का हिस्सा हैं। गिल के
लिए बेशक आईपीएल का यह मौजूदा सीजन काफी उतार चढ़ाव के साथ गुजरा लेकिन
इस युवा बल्लेबाज ने फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में मैच जिताऊ पारी खेलकर
अपनी काबिलियत साबित की। गिल ने रविवार को खेले गए आईपीएल फाइनल में अंत
तक बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई।
वहीं शुभमन गिल की इस मैच जिताऊ पारी में एक बात खास देखने को मिली, वह
थी उनका छक्का लगाकर मैच को खत्म करना जो हमने आमतौर पर महेंद्र सिंह
धोनी को करते देखा है, लेकिन गिल की इस खासियत ने भारतीय फैंस को वर्ष
2011 की याद दिला दी जब सात नंबर की जर्सी पहने टीम इंडिया के तत्कालीन
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंकाई तेज गेंदबाज नुवान कुलसेखरा की
गेंद पर छक्का लगाकर भारत को 28 वर्ष बाद विश्व कप जिताया था। कुछ ऐसा ही
हमें गिल से आईपीएल फाइनल में देखने को मिला जहां गिल ने राजस्थान रॉयल्स
के तेज गेंदबाज ओबेद मैकॉय की गेंद पर छक्का लगाते हुए गुजरात टाइटंस को
आईपीएल 2022 का खिताब जिताया।
गौरतलब है कि, जब 2011 विश्व कप में भारतीय टीम विजेता बनी थी उस दौरान
गैरी कर्स्टन टीम के कोच थे। वहीं आशीष नेहरा बतौर गेंदबाज भारतीय टीम
में शामिल थे और अब आईपीएल 2022 में यह दोनों दिग्गज एक बार फिर साथ नजर
आए लेकिन इस बार जहां आशीष नेहरा गुजरात टीम में बतौर मुख्य कोच शामिल थे
तो वहीं गैरी कर्स्टन बतौर मेंटर गुजरात के साथ जुड़े थे और यह कहना गलत
नहीं होगा कि गुजरात की इस जीत में इन दोनों दिग्गजों की अहम भूमिका रही
है।