राहुल द्रविड़ तय कर चुके हैं कि वह टीम इंडिया के साथ अपने करार को आगे
नहीं बढ़ाएंगे। हालांकि बीसीसीआई जल्द ही उनके साथ एक मीटिंग करने वाला
है। पिछली बार भी ऐसा ही हुआ था। तब भी द्रविड़ टीम इंडिया मे बतौर कोच
जुड़ना नहीं चाहते थे लेकिन बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष सौरभ गांगुली
और सचिव जयेश शाह ने उन्हें किसी तरह से मना ही लिया था। मगर अब द्रविड़
के आगे चार रास्ते हैं, जिनमें से उन्हें किसी एक को चुनना होगा।
वीवीएस लक्ष्मण टीम इंडिया के स्थायी तौर पर कोच बनना चाहते हैं इसलिए
उनकी जगह खाली होने के बाद वह वापस एनसीए में लौटना चाहते हैं। द्रविड़
का कहना भी है कि एनसीए बैंगलुरु में है और उनका घर भी वहीं हैं। इसलिए
वहां क्रिकेट से जुड़ना उनकी प्राथमिकता रहेगा। साथ ही उन्होंने जब
आईपीएल टीम के साथ जुड़ने की इच्छा ज़ाहिर की तो उनके पास इस बारे में कई
प्रस्ताव आ गए।
पहला प्रस्ताव लखनऊ सुपर जायंट्स की तरफ से आया है, जहां मेंटोर का पद
खाली है। गौतम गम्भीर की यह पद छोड़कर केकेआर में घर वापसी हो गई है।
यहां गौरतलब है कि एंडी फ्लॉवर भी कोच पद छोड़ चुके हैं लेकिन उनकी जगह
टीम प्रबंधन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और कोच जस्टिन लैंगर को कोच
चुन चकी है, जो अगले सीज़न से अपने काम को अंजाम देंगे। अगर बीसीसीआई की
द्रविड़ से होने वाली मीटिंग में बात नहीं बनती तो ज़ाहिर है कि उन्हें
खासकर अगले सीज़न मं जस्टिन लैंगर के साथ काम करना होगा। उनकी भूमिका
मेंटोर की भी हो सकती है और क्रिकेट डायरेक्टर की भी। लैंगर 2018 में
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच रहे थे और 2019 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड से
सेमीफाइनल हारने के बाद उन्होंने अपना पद छोड़ दिया था। लैंगर हाई
प्रोफाइल कोच हैं और द्रविड़ का भारतीय क्रिकेट में रुतबा काफी ऊंचा रहा
है। दोनों करीब एक ही समय में अपनी नैशनल टीमों के लिए खेला करते थे।
यहां दोनों के बीच तालमेल बनना खासा चुनौतीपूर्ण होगा।
दूसरे, दिल्ली कैपिटल्स में भी जाने का उनके पास दूसरा विकल्प रहेगा। इस
टीम में कोच का पद खाली है। रिकी पॉन्टिंग इस टीम के साथ बतौर कोच अपना
नाता तोड़ चुके हैं। यदि द्रविड़ इस टीम के साथ जुड़ते हैं तो उनके पास
पूरी तरह से इस टीम की कमान होगी। तीसरे, राजस्थान रॉयल्स की टीम भी
पलकें बिछाए द्रविड़ का इंतज़ार कर रही है। हालांकि यहां कोच का पद खाली
नहीं है लेकिन खबर है कि टीम प्रबंधन कुमार संगकारा की जगह उन्हें यह
भूमिका देना चाहता है। द्रविड़ की यह पुरानी टीम है जहां से वह कभी खेला
करते थे और बाद में वह इस टीम के मेंटोर भी बन गए। हालांकि क्रिकेट
प्रेमी उनके इसी टीम से जुड़ने के कयास लगा रहे हैं लेकिन कुमार संगकारा
को हटाकर कोच बनना द्रविड़ भी पसंद नहीं करेंगे।
वहीं बीसीसीआई की कोशिश होगी कि वह द्रविड़ को अपने कार्यकाल को आगे
बढ़ाने के लिए मनाए। उन्हीं के कार्यकाल में टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट
में नम्बर वन बनी। साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप और वनडे वर्ल्ड कप के
भी फाइनल में पहुंची। अब गेंद द्रविड़ के हाथ में है। जहां जाने का वह
फैसला करेंगे, उसीका भला हो जाएगा।