दिसम्बर 2014 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले
केएल राहुल अगस्त 2019 तक लगातार एक ओपनर के तौर पर टीम से जुड़े रहे। इस
दौरान राहुल ने टेस्ट में एक समय अपना सर्वश्रेष्ठ 44 का औसत भी हासिल
किया और फिर खराब फार्म के चलते टीम से बाहर हो गए। किस्मत का पहिया एक
बार फिर घूमा और तकरीबन दो साल बाद जुलाई 2021 में इंग्लैंड दौरे पर
उन्हें वापस टीम में शामिल किया गया। मिले मौके को इस खिलाड़ी ने दोनों
हाथों से लपका और पहले ट्रेंटब्रिज में 84 और फिर लार्ड्स में शानदार 129
रनों की पारी खेली। भारत ने उस दौरे में दो मैच जीते जिसमें केएल एक बड़े
सूत्रधार रहे।
इंग्लैंड दौरे के बाद केएल राहुल ने 2021-22 के साउथ अफ्रीका दौरे के
सेंचुरियन टेस्ट में सेंचुरी जड़कर भारत को मैच जिताया। लगातार दो विदेशी
दौरों में केएल के बल्ले से निकले रन उनकी एक बार फिर से टेस्ट टीम एक
ओपनर के तौर पर जगह पक्की कर रहे थे लेकिन फिर से बांग्लादेश और
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साधारण प्रदर्शन और ड्रेसिंग रूम में शुभमन गिल
जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी ने उनसे ओपनिंग की दावेदारी छीन ली। वर्ल्ड
कप में शानदार प्रदर्शन और फिर ऋषभ पंत और इशान किशन की गैरमौजूदगी में
केएल राहुल एक बार फिर दो साल उसी मैदान पर उतरे जहां उन्होंने दो साल
पहले सेंचुरी जड़ी थी। इस बार चुनौती अलग थी- पारी की शुरुआत नहीं बल्कि
इस बार मिडिल ऑर्डर संभालना था। सेंचुरियन में खराब शुरुआत के बाद पारी
संभली लेकिन 92 रनों पर अय्यर के आउट होने के बाद केएल विराट का साथ देने
क्रीज पर पहुंचे। कुछ समय बाद विराट भी चलते बने। भारत का स्कोर था चार
विकेट पर 106 रन।
केएल राहुल के लिए चुनौती थी कि पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ किस तरह
बल्लेबाजी करके भारत को पहली पारी में सम्मानजनक स्कोर तक पहुचाया जाए।
पहले दिन की समाप्ति के बाद भारत का स्कोर आठ विकेट पर 208 रन था। केएल
राहुल 70 रन बनाकर मैदान पर मौजूद थे। दूसरे दिन बारिश के कारण खेल देरी
से शुरू हुआ। इस बार भी पिच में तेज गेंदबाजों के लिए बहुत कुछ था। राहुल
ने आक्रामक रुख में बल्लेबाजी की और छक्के के साथ अपनी सेंचुरी पूरी की।
सेंचुरियन में केएल राहुल की ये दूसरी सेंचुरी थी।
सेंचुरियन टेस्ट से पहले 47 टेस्ट मैचों के बाद 33 का औसत केएल राहुल की
काबिलियत को पूरी तरह से बयान नहीं करता। हमेशा से यह सवाल उठता रहा है
कि केएल अपनी प्रतिभा को पूर्ण रूप से भुना नहीं पाते हैं लेकिन पिछले
कुछ समय से उन्होंने अपने बल्लेबाजी में सुधार किया है। टी20 में राहुल
अगर अपनी बल्लेबाजी में सुधार करें तो इनमे काबिलियत है कि यह भारत के
लिए तीनों फॉर्मैट खेल सकते हैं।