आर्यन कपूर

बैंगलुरू में खेले गए पहले क्रिकेट टेस्ट में भारत की हार का एक कारण जसप्रीत बुमराह के साथ नई गेंद से गेंदबाज़ी करने वाला कोई गेंदबाज़ न होना था। कहने के लिए मोहम्मद सिराज मौजूद थे लेकिन वह एक छोर से प्रभाव नहीं छोड़ पाए। ऐसे में टीम इंडिया के लिए पुणे में होने वाले दूसरे क्रिकेट टेस्ट से पहले इसका हल खोजना ज़रूरी होगा।

 

सिराज ने नहीं निभाया बुमराह का साथ 

दूसरे टेस्ट में करारी हार के बाद अब टीम के चयन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इस मैच में भारत की तेज गेंदबाजी न्यूज़ीलैंड के मुकाबले फीकी नजर आई। पहली पारी में बुमराह 1 और सिराज केवल दो ही विकेट ले पाए। वहीं, दूसरी पारी में दोनों विकेट बुमराह ने झटके। बुमराह की दूसरी पारी में एक अलग ही क्लास दिखाई दी लेकिन दूसरे छोर पर मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन फीका रहा। वह एसजी गेंद से खासकर भारतीय पिचों पर वह असर नहीं छोड़ पाते जो उन्होंने केपटाउन टेस्ट में छोड़ा या फिर इंग्लैंड में वह असरदार रहते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि पुणे टेस्ट में सिराज को बेंच पर बिठाकर अकाशदीप को उनकी जगह टीम में शामिल किया जाएगा? सिराज ने रनों पर कंट्रोल तो किया लेकिन वह काफी नहीं था। टीम इंडिया को चाहिए दूसरे छोर पर नई गेंद से असरदार गेंदबाज़ी करने वाला गेंदबाज़। हालांकि सेना देशों में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है।

 

अकाशदीप की तरफ देख सकती है टीम इंडिया 

 

पुणे टेस्ट में भारतीय टीम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि इंजरी के चलते ऋषभ पंत को आराम दिया जा सकता है और उनकी जगह पर ध्रुव जुरेल को टीम में शामिल किया जा सकता है। दूसरा बदलाव सिराज की जगह पर अकाशदीप के रूप में देखने को मिल सकता है। आकाशदीप ने भारत के लिए अब तक तीन टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 8 विकेट लिए। उनकी सीम पोजीशन मोहम्मद शमी से मिलती जुलती है। ऐसे में पुणे के मैदान में उनको नेचुरल सीम मूवमेंट मिल सकती है।

 

तेज गेंदबाजी ने किया पस्त

 

पहले क्रिकेट टेस्ट में दोनों टीमों की तेज गेंदबाजी ने हार और जीत का अंतर तय किया। बुमराह और सिराज मिलकर कुल 5 विकेट ही ले पाए। वहीं  न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाजों ने मैच में 17 विकेट झटके जिसने भारतीय बल्लेबाजी को बैकफुट पर ला दिया।

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