कांत शर्मा
पिछले दिनों ध्रुव जुरेल ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट में शानदार हाफ सेंचुरी लगाई थी। जिसकी बदौलत उन्होंने टीम इंडिया में अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है। हालांकि उनकी इस शानदार पारी के बावजूद भारत ए को ऑस्ट्रेलिया ए के हाथों छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा। जुरेल ने दोनों पारियों में हाफ सेंचुरी जमाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
पहली पारी में 80 रन बनाने वाले जुरेल ने दूसरी पारी में 122 गेंद पर 68 रन की धैर्यपूर्ण पारी खेली जिसमें पांच चौके शामिल थे। उन्होंने आउट होने से पहले नीतीश कुमार रेड्डी (38) के साथ 94 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई इससे पहले पहली पारी में भी जुरेल ने अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया था। उन्होंने 186 गेंदों का सामना कर 6 चौके और 2 छक्कों की मदद से महत्वपूर्ण 80 रन टीम के लिए बनाए थे। जुरेल की इन दोनों पारियों से साबित हो गया कि वह ऑस्ट्रेलिया की खतरनाक पिचों पर खेल सकते हैं।
ध्रुव जुरेल 22 नवंबर से शुरू हो रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के भारतीय टीम का भी हिस्सा हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की वापसी की वजह से जुरेल को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल पा रही है। ध्रुव जुरेल को विदेशी जमीन पर खेलने का उतना अनुभव भी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया जैसी तेज पिचों पर उन्होंने अभी तक कोई बड़ी सीरीज नहीं खेली है लेकिन ऑस्ट्रेलिया A के खिलाफ जुरेल की इन गजब पारियों के चलते भारतीय टीम उनको बतौर बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग 11 में शामिल कर सकती है। पिछली बार जब भारतीय टीम बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलने ऑस्ट्रेलिया गई थी तो ऋषभ पंत टीम इंडिया के लिए संकटमोचक बने हुए थे। उन्होंने कई मैच विनिंग पारियां खेली थीं। गाबा टेस्ट की उनकी ऐतिहासिक पारी भला कौन भूल सकता है। इस बार भी पंत से कुछ उसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी लेकिन ध्रुव जुरेल को अगर खेलने का मौका मिलता है तो वह भी उनकी तरह कंगारुओं के छक्के छुड़ा सकते हैं।