आयुषी सिंह
युवा भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल किया गया है। वह पहली बार देश के लिए वनडे क्रिकेट खेलेंगे। उनका चयन इस बात का संकेत है कि बीसीसीआई अब पुराने खिलाड़ियों के बजाय युवा खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जता रहा है। उन्होंने टी20 और टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं को उन्हें मौका देने के लिए मजबूर कर दिया।
यशस्वी जायसवाल ने पिछले दिनों बोडर गावस्कर टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच मैचों 10 परियों में 33.44 के औसत से कुल 391 रन बनाए थे जिसमें दो सेंचुरी और एक हाफ सेंचुरी शामिल है। टी20 में भी यशस्वी ने अपनी काबिलियत साबित की है। पिछले साल उन्होंने 23 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 723 रन बनाए। उनका औसत 36.15 और स्ट्राइक रेट 164.31 रहा।
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल में से किसी एक को प्लेइंग इलेवन में मौका मिलेगा। दोनों खिलाड़ी ओपनर हैं और टीम में रोहित शर्मा का बतौर ओपनर खेलना तय है। शुभमन गिल का वनडे के बड़े मैचो में रिकॉर्ड अच्छा रहा है
लेकिन टीम में पहले से ही रोहित शर्मा एक आक्रामक बल्लेबाज हैं इसलिए टीम का संतुलन बनाए रखने के लिए शायद यशस्वी जायसवाल को मौका न मिले। चयन इस बात पर निर्भर करेगा कि टीम प्रबंधन किस रणनीति के तहत खेलना चाहता है—स्थिरता या आक्रामकता। पिच की स्थिति और विपक्षी टीम भी इस निर्णय को प्रभावित करेंगी।
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान और दुबई में हो रही है, लेकिन भारत के सभी मैच दुबई में खेले जाएंगे। वहां की पिचें धीमी हैं और गेंद रुक कर आती है। इसका फायदा शुभमन गिल को हो सकता है क्योंकि वह धीमी पिचों पर अच्छा खेलते है लेकिन यशस्वी हर कंडीशंस में ढल जाते हैं। यह उनकी खूबी है जो उन्हें अलग बनाती है।
यशस्वी जायसवाल का चयन मुख्य रूप से उनके अब तक के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हुआ है। टीम मैनेजमेंट को भरोसा है कि वह बड़े टूर्नामेंट में दबाव को संभालने और भारतीय ओपनिंग क्रम को मजबूती देने में सक्षम हैं। यशस्वी की ताकत उनकी तकनीक, शॉट्स सेलेक्शन और स्पिन और तेज गेंदबाजी के खिलाफ उनकी समान रूप से प्रभावशाली बल्लेबाजी है।
भारत के कोच रोहित शर्मा और मुख्य चयनकर्ता अजित आगरकर ने उनके चयन पर कहा कि यशस्वी युवा खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपनी क्षमता को टेस्ट और टी20 में साबित किया है। हमें यकीन है कि वह चैम्पियंस ट्रॉफी जैसे बड़े मंच पर खुद को साबित करेंगे। हालांकि, यशस्वी के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि वह अभी तक वनडे फॉर्मेट में खेले नहीं है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस फॉर्मेट में खुद को कैसे ढालते हैं।