क्रिकेट के मैदान पर पहली बार रेड कार्ड का इस्तेमाल हुआ है। यह अनोखा कारनामा वेस्टइंडीज की धरती पर खेले जा रहे कैरेबियन प्रीमियर लीग में देखने को मिला। फुटबॉल से आए इस नए नियम के पहले शिकार बनी ट्रिबैंगो नाइट राइडर्स की टीम।
दरअसल,कैरेबियन प्रीमियर लीग 2023 में इस नए नियम की शुरुआत हुई है। स्लो ओवर रेट पर लगाम लगाने के लिए इस नियम को लागू किया गया है। ट्रिबैंगो नाइट राइडर्स और सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रीऑट्स के बीच खेले गए मुकाबले में पहली बार क्रिकेट की फील्ड पर रेड कार्ड का इस्तेमाल किया गया। नाइट राइडर्स की टीम तय समय तक अपने 19 ओवर नहीं फेंक सकी, जिसके चलते अंपायर ने टीम के कप्तान कायरन पोलार्ड को रेड कार्ड दिखाया।
नियम के अनुसार, अगर कोई टीम तय समय तक अपने 19 ओवर नहीं फेंक पाती है, तो कप्तान एक खिलाड़ी का नाम आगे करता है, जिसको अंपायर रेड कार्ड की मदद से मैदान से बाहर जाने के लिए कहता है। नाइट राइडर्स के कप्तान पोलार्ड ने समय से पिछड़ने के बाद सुनील नरेन का नाम अंपायर के सामने रखा, जिसके बाद कैरेबियाई स्पिनर को मैदान से बाहर जाना पड़ा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकी नरेन मैच में अपने कोटे के चार ओवर फेंक चुके थे।
नाइट राइडर्स की टीम पारी के 20वें ओवर में ग्यारह नहीं, बल्कि सिर्फ 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए नज़र आई। क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका है, जब कोई भी टीम मैदान पर 10 प्लेयर्स के साथ फील्डिंग करती हुई नजर आई हो। हालांकि, ट्रिबैंगो नाइट राइडर्स की टीम इस मुकाबले को 6 विकेट से अपने नाम करने में जरूर सफल रही। 179 रन के लक्ष्य को टीम ने महज 17.1 ओवर में हासिल किया।