अब माइक हेंसन के अधूरे काम को पूरा करने की ज़िम्मेदारी एंडी फ्लावर की… क्या बदलेगी RCB टीम की किस्मत

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आईपीएल के अगले पड़ाव के लिए आरसीबी ने कमर कस ली है। यह टीम अब तक एक बार भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत पाई है। तीन बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद ट्रॉफी न जीत पाने का मलाल विराट कोहली को भी है और टीम के कई वरिष्ठ खिलाड़ियों को भी है। इसी बात के मद्देनज़र इस टीम ने अपने सपोर्ट स्टाफ में बड़ा बदलाव किया है।

पिछले चार साल से यह टीम माइक हेसन और संजय बांगड़ की सेवाएं ले रही थी। इन दोनों का कार्यकाल समाप्त हो गया है। टीम ने इनका कार्यकाल न बढ़ाकर एंडी फ्लावर की सेवाएं लेने का फैसला किया है। एंडी फ्लावर के पास बतौर कोच लम्बा अनुभव है और उन्होंने अच्छे परिणाम भी दिए हैं।

एंडी फ्लावर ज़िम्बाब्वे के ऑल टाइम ग्रेट विकेटकीपर बल्लेबाज़ रहे हैं। सच तो यह है कि वह उस समय किसी भी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लायक थे। कोच के तौर पर उनका अनुभव शानदार रहा है। 2010 में इंग्लैंड की टीम ने टी-20 वर्ल्ड कप उनकी कोचिंग के दौरान ही जीता। इसके तीन साल बाद इंग्लैंड को एशेज सीरीज़ 3-0 से जिताने में उनकी भूमिका की खूब सराहना हुई। उनके कार्यकाल में ही इंग्लैंड की टीम टेस्ट में नम्बर एक टीम बनी।

एंडी फ्लावर जब पाकिस्तान सुपर लीग में मुल्तान सुलतांस से जुड़े तो उन्होंने 2021 में इस टीम को चैम्पियन बनाकर ही चैन ली। इस टीम में मोहम्मद रिज़वान, शान मसूद और शिमरन हैटमायर जैसे बल्लेबाज़ और इमरान ताहिर और शाहनवाज़ दहानी जैसे गेंदबाज़ मौजूद थे। इतना ही नहीं, कैरिबियाई प्रीमियर लीग में सेंट लूशिया जौउक्स की टीम को दो बार रनर्स अप बनाने में उनका बड़ा योगदान था।

आरसीबी की टीम तीन बार फाइनल में पहुंची। 2009 में डेक्कन चार्जर्स ने उसका सपना तोड़ा। दो साल बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद ने उसे चैम्पियन नहीं बनने दिया। पहले मौके पर हर्शल गिब्स, दूसरे मौके पर मुरली विजय और माइक हसी और तीसरे मौके पर डेविड वॉर्नर की शानदार बल्लेबाज़ी की वजह से आरसीबी चैम्पियन नहीं बन पाई।

एंडी फ्लावर पंजाब किंग्स के सहायक कोच रहे जबकि लखनऊ सुपर जाएट्स के हैड कोच रहे। उनकी देखरेख में लखनऊ की टीम दो बार प्लेऑफ में पहुंची। अब उन पर बड़ी ज़िम्मेदारी दिग्गज खिलाड़ियों को इकाई में पिरोकर उनसे सौ फीसदी प्रदर्शन करवाना होगा। वैसे इस टीम में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. इस टीम में विराट के अलावा कप्तान फाफ डू प्लेसी जैसा अनुभवी बल्लेबाज़ हैं तो वहीं हसरंगा जैसा विश्व विख्यात स्पिनर, मैक्सवेल जैसा ऑलराउंडर और मोहम्मद सीराज और जोश हैज़लवुड जैसे तेज़ गेंदबाज़ मौजूद है। ज़ाहिर है कि जो काम माइक हेसन जैसा धाकड़ कोच नहीं कर पाया, उस काम को अंजाम तक पहुंचाना उनका सबसे बड़ा उद्देश्य होगा।

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