प्राची कपरुवाण
किसी भी टेस्ट सीरीज़ से पहले सबकी निगाहें जसप्रीत बुमराह पर टिक जाती हैं। वह भारतीय आक्रमण की अगुवाई करते हैं और बाकी तेज़ गेंदबाज़ों को साथ लेकर चलते हैं। अब इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज़ में भी उन पर काफी उम्मीदें टिकी हैं। इस सीरीज़ का पहला टेस्ट हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में 25 जनवरी से शुरू हो रहा है।
इस सीरीज में बुमराह तकरीबन साल भर बाद भारतीय ज़मीन पर खेलते हुए नजर आएंगे। वह अपनी गेंदबाजी से विरोधी बल्लेबाजों की छुट्टी करते हुए जल्द दिखाई दिए जाएंगे जबकि इस सीरीज़ का दूसरा टेस्ट विशाखापट्टनम में खेला जाएगा।
बुमराह टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ
बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ दस टेस्ट मैचों में 41 विकेट हासिल किए हैं।
उनकी विकेट लेने की औसत 24.60 और इकोनॉमी 2.73 है। इंग्लैंड के खिलाफ
उनका सबसे अच्छा स्पेल एक मैच में 110 रन देकर नौ विकेट है। वहीं अपने
टेस्ट करियर में उन्होंने 32 मैचों में 21.21 के औसत से 140 विकेट हासिल
किए हैं। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था।
इंग्लैंड के खिलाफ सफल
बुमराह ने पिछले दिनों वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पांच विकेट हासिल किए थे। टीम इंडिया के पिछले इंग्लैंड दौरे में उन्होंने चार टेस्ट मैचों में 18 विकेट हासिल किए थे। इस सीरीज़ के नॉटिंघम टेस्ट में बुमराह की गेंदबाज़ी का जादू हर किसी के सिर चढ़कर बोल रहा था, जहां उन्होंने नौ विकेट हासिल किए लेकिन यह टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुआ।
इस बार की चुनौती
इस बार इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ में बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार और आवेश खान के रूप में चार तेज़ गेंदबाज़ होंगे लेकिन इन मैचों के लिए स्पिन फ्रेंडली पिचों का चयन किया जाना तय है। ऐसी स्थिति में इस सीरीज़ में सबकी निगाहें जडेजा, अश्विन, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल पर टिकी हैं। ज़ाहिर है कि इस सीरीज़ के लिए भारतीय आक्रमण ताकतवर एवं मजबूत है। अगर मोहम्मद शमी बाद के टेस्ट मैचों में उपलब्ध हो जाते हैं तो समझिए सोने पर सुहागा।