हिमांक द्विवेदी
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने के लिए वरुण चक्रवर्ती की जमकर तारीफ की है। वरुण चक्रवर्ती ने कोलकाता में खेले गए पहले टी-20 मैच में अपनी शानदार मिस्ट्री गेंदबाजी से विरोधी खेमे को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। वरुण ने चार ओवर में 23 रन देकर तीन अहम विकेट चटकाए। उनकी शानदार गेंदबाजी के चलते इंग्लैंड टीम बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही।
माइकल वॉन नें पढ़े कसीदे
माइकल वॉन ने वरुण चक्रवर्ती के लिए कहा कि वह बेहतरीन मिस्ट्री स्पिनर हैं। वह गेंद को ज्यादा स्पिन नहीं कराते लेकिन उनकी लाइन और लेंथ इतनी परफेक्ट होती है कि बल्लेबाज चकमा खा जाते हैं। वह हमेशा स्टम्प पर गेंद रखते हैं और बल्लेबाजों के लिए खेल मुश्किल बना देते हैं। वॉन ने कहा कि इंग्लैंड को उनके खिलाफ नई रणनीति बनानी होगी। उन्होंने आगे कहा कि इंग्लिश बल्लेबाजों को स्पिन का सामना करने और स्कोर बनाने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि स्पिन के खिलाफ सिर्फ बचाव करना सही तरीका नहीं है। टी20 क्रिकेट में आपको गेंदबाजों पर दबाव बनाना आना चाहिए। इंग्लैंड को काउंटर-अटैक की स्ट्रैटेजी पर काम करना होगा। वरुण चक्रवर्ती और अक्षर ने अपनी स्मार्ट गेंदबाजी से इंग्लिश बल्लेबाजों को फंसा लिया। इंग्लैंड को भारतीय स्पिनरों के खिलाफ रन बनाने का तरीका ढूंढना होगा, नहीं तो यह समस्या आगे भी परेशान करेगी। वॉन ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन की खूब अलोचना की।

इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत की थी और उनका स्कोर एक समय दो विकेट पर 65 रन था लेकिन वरुण चक्रवर्ती ने एक ही ओवर में हैरी ब्रूक और लियाम लिविंगस्टन को आउट कर मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने दोनों बल्लेबाजों को अपनी गुगली पर फंसाया। इसके बाद उन्होंने इंग्लिश कप्तान जोस बटलर का अहम विकेट भी लिया। बटलर जब आउट हुए तब वह तेजी से रन बना रहे थे, तभी वरुण ने विकेट चटका कर इंग्लेंड का स्कोर रोक दिया।
वरुण बने प्लेयर ऑफ द मैच
मैच के बाद वरुण चक्रवर्ती ने अपनी स्पिन के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि वह आईपीएल में इस तरह की पिचों पर गेंदबाजी करने के आदी हैं। उन्होंने अपनी लाइन और लेंथ पर ध्यान दिया और गेंद को बल्लेबाजों से दूर रखा। उन्होंने महसूस किया कि बल्लेबाजों को हराने का एकमात्र तरीका उछाल है, साइड-स्पिन से कुछ नहीं होगा।उन्होंने कहा कि अभी उन्हें अपने खेल में सुधार करना है। वह खुद को दस में से सात अंक देंगे। इस बयान के बाद से वरुण की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है।