हर्ष राज
गुवाहाटी में खेले गए तीसरे मैच में टीम इंडिया ने आखिरी दो ओवरों में 43
रन लुटा दिए जिससे ऑस्ट्रेलिया पांच मैचों की टी 20 सीरीज में अभी बना
हुआ है। आखिरी ओवर में ईशान किशन की स्टम्पिंग अचानक नो-बॉल बन गई जिसका
फायदा मैथ्यू वेड और मैक्सवेल ने उठाया।
कैसे निकला भारत के हाथ से मैच?
पांच मैचों की सीरीज का तीसरा टी20 मैच काफी रोमांचक साबित हुआ क्योंकि
ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पांच विकेट की रोमांचक जीत हासिल की। मैच
के ज़्यादातर हिस्से में भारत का दबदबा था लेकिन आखिरी दो ओवरों में मैच
टीम इंडिया के हाथ से निकल गया क्योंकि भारत ने आखिरी 12 गेंदों में 43
रन लुटा दिए जिसमें इशान किशन की कोशिश आत्मघाती साबित हुई।
19वे ओवर में क्या हुआ?
अक्षर पटेल का एक ओवर बाकी था और 19वें ओवर में सूर्यकुमार यादव ने
उन्हें बुलाया। मैथ्यू वेड जिन्हें अभी तक अपनी टाइमिंग का पता नहीं चल
पाया था। बाएं हाथ के स्पिनर के सामने उन्होने मैच को अपने अनुकूल बना
लिया और पहली तीन गेंदों में दो चौके लगाए। अक्षर ने वेड को वाइड गेंद की
जो स्विंग होकर बाहर की ओर चली गई। वेड को कनेक्शन नहीं मिल सका और किशन
ने गेंद पकड़ने के तुरंत बाद अपील की। वह आत्मविश्वास से भरे थे और भारत
ने रीव्यू ले लिया लेकिन कौन जानता था कि इस रीव्यू के लिए भारत को एक
अतिरिक्त गेंद और एक फ्री हिट का भुगतान करना पड़ेगा क्योंकि इशान ने
स्टंप के सामने से गेंद को पकड़ा था और अंपायर ने इसे नो-बॉल दे दिया और
अगली ही गेंद पर वेड ने छक्का जड़ दिया।
क्या कहता है नियम ?
एमसीसी के नियम के अनुसार विकेटकीपर गेंद को स्टंप से पहले तब तक नहीं
पकड़ सकता जब तक गेंद खेल के हिस्से में शामिल है। नियम 27.3.1 के अनुसार
विकेटकीपर स्ट्राइकर के छोर पर गेंद को तब तक नही पकड़ सकता, जब तक गेंद
बल्ले को छू न ले या विकेट को पार न कर ले। विकेटकीपर के इस कानून का
उल्लंघन करते ही अम्पाय इसे नो बॉल करार देगा। ऐसा कानून 27.3.2 कहता है।