– Rajkumar Sharma
साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टी-20 मैच में टीम इंडिया जीत के साथ सीरीज़ में क़ायम है। इस जीत के लिए मैं ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ को श्रेय दूंगा क्योंकि इन दोनों ने टीम इंडिया को काफ़ी अच्छी शुरुआत दी और उस ओपनिंग स्टैंड के बाद बाकी बल्लेबाज़ों की ओर से वैसा खेल नहीं दिखा, जो दिखना चाहिए था लेकिन फिर भी टीम का ठीक-ठाक स्कोर था।
वहीं टीम की गेंदबाज़ी ने अपने काम को बखूबी निभाया और ऋषभ पंत भी शायद इस मैच में अच्छा होम वर्क करके आए थे और ऐसा भी लगता है कि कोच राहुल द्रविड़ ने भारतीय गेंदबाजों को बड़े अच्छे से ब्रीफिंग की थी और उस का नतीजा था कि युजवेंद्र चहल और हर्षल पटेल ने इस मैच में बेहतरीन गेंदबाज़ी की। इनकी शानदार गेंदबाज़ी का ही यह परिणाम थी कि लगातार विकेट गिरते रहे और एक वक्त के बाद उसकी वजह से दबाव दक्षिण अफ्रीका की टीम पर बनता रहा। इससे रन रेट बढ़ती चला गया जिससे दक्षिण अफ्रीकी पारी बिखर गई।
वहीं टीम इंडिया की बल्लेबाजी से यह ज़रूर उम्मीद की जा रही थी कि वह 200 रन को पार करेगी लेकिन मध्यक्रम की नाकामी सामने आई। उसे वक्त यही सबसे बड़ा सवाल था कि आखिर हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक में कौन टीम को मज़बूत देता है। हार्दिक पांड्या ने शानदार बल्लेबाज़ी करके अपने काम को बखूबी अंजाम दिया।
इस सीरीज़ के पहले दो मैचों से युजवेंद्र चहल को काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था और पहले मैच में तो उन्हें दो ही ओवर गेंदबाज़ी के लिए मिल पाए। इस मैच में उन्होंने अच्छी वापसी करके अपने आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब दिया। ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन के बीच जो बड़ी साझेदारी हुई, वह टीम इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण आधार साबित हुआ लेकिन इसके बावजूद 180 रन का लक्ष्य बहुत बड़ा नहीं था और विकेट बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित नहीं हो पाई। भुवनेश्वर कुमार भी काफ़ी अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं और हर्षल पटेल ने भी अपने आईपीएल के फॉर्म को जारी रखा है और दोनों स्पिनर युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल ने भी किफायती गेंदबाज़ी के साथ साथ भारत को मैच जिताने में बड़ा योगदान दिया।
(लेखक विराट कोहली के कोच होने के अलावा द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हैं)