एशिया कप के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई मगर युजुवेंद्र चहल को टीम में जगह नहीं दी गई है, जो कई तरह के सवाल खड़े करती है। वह भी तब जबकि उन्होंने पिछले दो वर्षों में टीम इंडिया में कुलदीप यादव के बाद सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।
चहल का प्रदर्शन वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई पांच मैचों की टी-20 सीरीज में दमदार रहा था। हालांकि, वेस्टइंडीज दौरे में भी चहल को वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया था। यह पहला मौका नहीं है, जब चहल को इस तरह के बड़े टूर्नामेंट से नजरअंदाज किया गया है। पिछले दो टी20 वर्ल्डकप मुक़ाबलों में चहल को एक भी मैच खेलने को नहीं मिला जिन्होंने भारत के लिए टी20 में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।
वनडे क्रिकेट में शानदार रिकॉर्ड और खासकर आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन रखने वाले शिखर धवन की एकबार फिर अनदेखी की गई। एशिया कप और वर्ल्डकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में शिखर धवन बड़े बल्लेबाज साबित हो सकते थे लेकिन टी20 और टेस्ट के बाद अब वनडे में भी उन्हे टीम से बाहर कर दिया है। सच तो यह है कि वह भारतीय टीम प्रबंधन की योजना का हिस्सा ही नहीं थे।
रविचंद्रन अश्विन को भी एशिया कप के लिए चुनी गई टीम में शामिल नहीं किया गया है। अश्विन श्रीलंका की धरती पर काफी कारगर साबित हो सकते थे। उन पर भरोसा ना दिखाते हुए कुलदीप यादव और अक्षर पटेल पर दांव खेला गया है। श्रीलंका ही क्यों, भारतीय मैदानों पर भी वह घातक साबित होते रहे हैं और यह वर्ल्ड कप भी भारत में ही होना है। उनका बाएं हाथ के बल्लेबाजों के सामने रिकार्ड भी शानदार है। यहां तक कि विश्व में सबसे अच्छा रहा है। सभी टीमों पर नजर डालें तो हर टीम के पास बाएं हाथ के बल्लेबाज है ऑस्ट्रेलिया के पास डेविड वॉर्नर, ट्रेविस हेड हैं।