केएल राहुल के हटने से ऋषभ पंत पर आई बड़ी ज़िम्मेदारी

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– Rajkumar Sharma

इस समय दुनिया भर की नज़रें भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ पर टिकी हुई है। पिछली बार टीम इंडिया साउथ अफ्रीका में हारकर आई थी और उसमें कई सीनियर खिलाड़ी भी मौजूद थे लेकिन इस बार टी20 सीरीज़ हो रही है। मेरा मानना है कि दक्षिण अफ्रीका की टीम के पास मौजूदा टीम इंडिया की तुलना में ज्यादा अनुभव है। उनके गेंदबाज आईपीएल में लगातार खेलते हुए यहां की पिचों पर अच्छा खासा अनुभव हासिल कर चुके हैं। अब केएल राहुल के इंजरी की वजह से बाहर होने से ऋषभ पंत पर कप्तानी की ज़िम्मेदारी आ गई है और हार्दिक पांड्या इस सीरीज़ में टीम के उपकप्तान होंगे। कुलदीप यादव भी इंजरी की वजह से बाहर हो गए हैं। कहते हैं कि दबाव में ही किसी खिलाड़ी का कड़ा इम्तिहान होता है। अब यह ऋषभ पंत के लिए एक कड़े इम्तिहान की घड़ी है।

साउथ अफ्रीकी टीम के मुक़ाबले टीम इंडिया के पास ज्यादा अनुभव नहीं है। न रोहित शर्मा खेल रहे हैं, न ही विराट कोहली और अब तो केएल राहुल भी बाहर हो गये हैं। गेंदबाज़ी में भी जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी मौजूद नहीं हैं। ऐसे में युवा खिलाड़ियों पर काफी ज़िम्मेदारी आ गई है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों की ताकत ही उनकी क्वालिटी गेंदबाजी है कागिसो रबाडा,  एनरिक नोर्खिया और लुंगी एंगिडी की तेज गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाज़ चकमा खा सकते हैं और जिस तरह की कोटला की पिच है, यहां गेंद काफ़ी स्विंग कर सकती है जिससे रबाडा को काफ़ी मदद होगी क्योंकि ऐसी कंडीशंस में वह काफ़ी अच्छी स्विंग कराते हैं और असरदार रहते हैं। ऐसी स्थिति में खासकर भारतीय ओपनिंग जोड़ी की कड़ी परीक्षा देखने को मिलेगी। कागिसो रबाडा एक विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और वह अच्छी स्पीड, लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हैं तो वह एक मेजर फैक्टर होंगे दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए। हाल ही में उन्होंने एक धीमी गति की गेंदबाज़ी भी विकसित की है जिससे उनके तरकश में एक और तीर आ गया है। ऐसी गेंदों पर भी वह विकेट चटकाने लगे हैं।

वहीं एनरिक नोर्खिया अगर फिट रहे तो उन्हें जरूर दक्षिण अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन में जगह मिलेगी और साथ ही दक्षिण अफ्रीका का तीसरा गेंदबाज़ मेरे ख्याल से मार्को येनसेन हो सकते हैं। उन्हें इस फॉर्मेट में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने का अवसर मिल सकता है। येनसेन में काफ़ी प्रतिभा है। वह पावरप्ले में अच्छी और सटीक गेंदबाज़ी कर सकते हैं। आईपीएल में वह ऐसा कर भी चुके हैं। ज़ाहिर है कि रबाडा, नोर्खिया और येनसेन खतरनाक साबित हो सकते हैं। वही दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर्स भी असरदार हैं। उनके पास केशव महाराज जैसे अनुभवी गेंदबाज़ है और तबरेज़ शम्सी जो टी 20 में काफ़ी अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं, उनसे मुझे बहुत उम्मीदें हैं।

(लेखक विराट कोहली के कोच रह चुके हैं और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता हैं)

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