आयुष राज
केन विलियमसन बिग-4 के अकेले ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इन चार दिग्गजों में जो रूट इन दिनों भारत दौरे में संघर्ष कर रहे हैं, विराट कोहली निजी कारणों से टीम से बाहर हैं। स्टीव स्मिथ बल्लेबाज़ी की नई भूमिका में आ गए हैं, जहां उन्हें अभी अपनी उपयोगिता दिखानी है। ऐसे में केन विलियम्सन ही ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और साथ ही अपनी टीम को जिता भी रहे हैं।
केन विलियमसन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रहे टेस्ट की दोनों पारियों में सेंचुरी बनाई और अपनी टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। उन्होंने पहली पारी में कुल 289 गेंदो का सामना करते हुए 118 रन का स्कोर बनाया
जबकि दूसरी पारी में 132 गेंदो में ही 109 रन बना दिए। यानी पहली पारी के मुक़ाबले दूसरी पारी में वह आक्रामक होकर खेले। पहली पारी मे विलियमसन काफी धीमी गति से खेले। साथ ही रन बनाने के लिए गेंदे भी अधिक खेलीं।
दूसरी पारी में उन्होंने फील्डरों के बीच से गैप ढूंढे और रन गति को तेज़ी से आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने 50 रन सिर्फ 75 गेंदों पर पूरे कर लिए। पारी के शुरू में उन्होंने कई बेहतरीन स्ट्रेट ड्राइव लगाए। उसके बाद उन्होंने ज्यादातर शॉट स्कवेयर खेलकर बनाए। इसके अलावा शॉर्ट गेंदों पर उन्होंने बखूबी पुल शॉट खेले। शुरू में जब उन्हें जीवनदान मिला और तब वह गैप भी नहीं ढूंढ पा रहे थे। तब उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती थीं। मगर क्रीज़ पर वक्त गुजारने के साथ ही वह ज़्यादा आत्मविश्वास के साथ खेले। विलियम्सन ने 31वीं टेस्ट सेंचुरी 170 पारियों में पूरी की। यह उनका संयुक्त रूप से स्टीव स्मिथ के साथ दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सचिन ने यह कमाल 165 पारियों में हासिल किया था।
इससे पहले भी वह अपनी टीम को कई बड़े मैचों में अपने दम पर जिता चुके हैं। केन विलियमसन ने पहली बार किसी टेस्ट मुकाबले मे दोनो पारियों में सेंचुरी लगाई है। पिछले नौ टेस्ट में उन्होंने दो डबल सेंचुरी और पांच सेंचुरी लगाकर दिखा दिया कि वह आज कितनी अच्छी फॉर्म में हैं। इनमें तीन मौकों पर दूसरी पारी में सेंचुरी लगाकर यह भी दिखाया कि वह मानसिक तौर पर कितने मजबूत हैं।
जब टीम का बेहद अनुभवी बल्लेबाज़ बढ़िया बल्लेबाज़ी कर रहा हो तो उसका असर बाकी खिलाड़ियों पर पड़ता है। रचिन रवींद्र ने पहली पारी में डबल सेंचुरी बनाई और टीम को बेहद मज़बूती दी। अभी दो दिन का खेल और बचा है।
न्यूजीलैंड 528 रनों से आगे है और उसके छह विकेट आउट होने बाकी हैं। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से बल्लेबाजी में दम नहीं दिखा जिससे न्यूज़ीलैंड की मुश्किल आसान हो गई।