कोलकाता में तेज़ गेंदबाज़ी बन सकती है जीत और हार का बड़ा अंतर

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भारत और साउथ अफ्रीका का मुकाबला कोलकाता में खेला जाएगा। भारत जहां इस वर्ल्ड कप में अभी तक अजेय है तो इसमें भारतीय तेज गेंदबाजी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी के पेस बैटरी का सामना करना किसी भी टीम के लिए मुश्किल काम है लेकिन क्या साउथ अफ्रीका की तेज गेंदबाजी भारतीय गेंदबाजी को टक्कर दे सकती है ?

भारतीय तेज गेंदबाजी में जबसे मोहम्मद शमी की एंट्री हुई है, तब से ये और खतरनाक लग रही है। इस वर्ल्ड कप में शमी ने केवल तीन मैचों में 14 विकेट लेकर ज़बरदस्त खेल दिखाया है। धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट लेकर वह मैन ऑफ द मैच बने थे। वहीं अगले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ चार विकेट लेकर उन्होंने 100 रनों से जीत में अहम भूमिका निभाई और श्रीलंका के खिलाफ पांच विकेट लेकर बड़ी जीत के हीरो रहे। वहीं जसप्रीत बुमराह इस वर्ल्ड कप में सात मैचों में 15 विकेट हासिल कर चुके हैं। इनकी गेंदबाजी की खास बात यह है कि ये पॉवरप्ले, मिडिल ओवरों या अंतिम ओवरों में वह शानदार गेंदबाजी करते हैं। मोहम्मद सिराज इस वर्ल्ड कप में बाकी गेंदबाजों के मुकाबले ज्यादा प्रभावित नहीं कर पा रहे थे लेकिन श्रीलंका के खिलाफ मैच में इन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को जवाब दिया। श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने तीन टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को आउट किया था। इस वर्ल्ड कप में भारतीय तेज गेंदबाजी सभी टीमों में सबसे शानदार दिखाई दिया है। साउथ अफ्रीका से मुकाबला कोलकाता में है जहां तेज गेंदबाजों को मदत मिलता रहा है।

साउथ अफ्रीका की टीम जो वर्ल्ड कप में चार तेज गेंदबाजों के साथ खेलती आ रही है। इस टीम में गेराल्ड कोएत्जी,मार्को येनसेन , कागिसो रबाडा और लुंगी एंगिडी शामिल हैं। कोएत्जी और मार्को येनसेन अब तक काफी असरदार रहे हैं। येनसेन ने इस वर्ल्ड कप में सात मैचों में 16 विकेट हासिल किए हैं। सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में वह टॉप पांच में है। कोएत्जी इस वर्ल्ड कप में अफ्रीकी टीम के लिए ट्रम्प कार्ड रहे हैं। इस बार छह मैचों में 14 विकेट उनके नाम रहे हैं। दोनों गेंदबाजों की खास बात यह है कि एक पॉवरप्ले में विकेट लेता है तो दूसरा अंतिम ओवरों में। एनरिक नोर्खिया के इस वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद इस टीम की तेज गेंदबाजी कमजोर लग रही थी लेकिन इन दोनों ने उनकी कमी को पूरा किया। कगिसो रबाडा इस वर्ल्ड कप में छह मैचों में 11 विकेट लिए है। अफ्रीकी तेज गेंदबाजों को भारत में खेलने का फायदा मिला।

साउथ अफ्रीका से मुकाबला कोलकाता में है जहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलती रही है। इस मैच में भी जिस टीम के तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जीत का मौका उस टीम का ज्यादा होगा। दोनों टीमें सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं लेकिन ये बादशाहत की लड़ाई है जो टीम मुकाबला जीतेगी वो पॉइंट्स टेबल में टॉप पर होगी।

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