क्या तीसरे टी-20 मैच में अफगानिस्तान के साथ धोखा हुआ? क्या रोहित शर्मा को दूसरे सुपर ओवर में बल्लेबाज़ी करने का मौका दिया जाना उचित था ?
रोहित और यशस्वी ने पहले सुपर ओवर में पांच गेंदों पर 15 रन बना लिए थे। आखिरी गेंद पर भारत को दो रन चाहिए थे। ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े रोहित ने रिटायर आउट होने का फैसला किया जिससे रिंकू सिंह को स्ट्राइक मिले और वह दो रन ले सकें। मगर ऐसा नहीं हुआ और यशस्वी-रिंकू सिर्फ एक रन ले पाए जिससे फिर से स्कोर टाई हो गया।
दूसरे सुपर ओवर में रोहित शर्मा के उतरने के साथ ही विवाद शुरू हो गया। इस बार वह रिंकू सिंह के साथ उतरे। यहां रोहित की अच्छी हिटिंग से टीम इंडिया मैच तो जीत गई लेकिन लेकिन बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया कि रोहित शर्मा को दोबारा बल्लेबाज़ी क्यों दी गई।
दरअसल नियम 25.4.2 कहता है कि कोई भी बल्लेबाज अगर बीमार या चोटिल है तो वह रिटायर हो सकता है। उस स्थिति में बल्लेबाज को ‘रिटायर्ड हर्ट’ माना जाता है और वह ठीक होने पर दोबारा बल्लेबाजी के लिए आ सकता है लेकिन बल्लेबाज के साथ इंजरी या बीमारी जैसी कोई बात न हो तो उसे दोबारा बल्लेबाज़ी की इजाजत नहीं दी जाती। अगर उसे ऐसा करना है तो विपक्षी कप्तान की सहमति से ही ऐसा सम्भव है। मगर यहां विपक्षी कप्तान से मंजूरी का कोई सवाल ही नहीं उठता क्योंकि वह तो रोहित के दोबारा उतरने का विरोध करते दिखाई दिए थे।
सुपर ओवर का नियम यह है कि कोई भी बल्लेबाज सुपर ओवर में आउट होने के बाद अन्य किसी सुपर ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए नहीं आ सकता। यही स्थिति गेंदबाज़ की होती है। वह भी सुपर ओवर में बॉलिंग के बाद अन्य सुपरओवर में गेंदबाज़ी के लिए नहीं आ सकता। नियम 25.4.3 इस बात की एक ही स्थिति में छूट देता है जब वह विपक्षी कप्तान की अनुमति से मैदान में उतरे लेकिन यहां तो अनुमति की कोई बात ही नहीं थी। होती तो यह सब विरोध न होता। इतना ही नहीं, रोहित के रिटायर्ड आउट होने की कोई जानकारी अम्पायरों की ओर से नहीं दी गई।