~दीपक अग्रहरी
रविवार को भारत और श्रीलंका के बीच एशिया कप का फाइनल खेला जाना है। श्रीलंका ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं भारत पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों को हराकर फाइनल में पहुंचा है।
भारत श्रीलंका को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगा। सुपर 4 मैच में दुनित वेलालगे ने भारतीय टॉप ऑर्डर को बहुत नुकसान पहुंचाया था। श्रीलंका मौजूदा चैपिंयन है और पाकिस्तान को हराकर उसका मनोबल भी सातवें आसमान पर होगा। भारत ने जरुर पाकिस्तान को एकतरफा हराया है लेकिन श्रीलंका के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की एक न चली और बांग्लादेश के खिलाफ हार ने भारत के आत्मविश्वास पर भी सेंध लगाई होगी। बेशक कहा जा सकता है कि बांग्लादेश वाले मैच में टीम के मुख्य खिलाड़ियों में से विराट कोहली, हार्दिक पांड़्या और जसप्रीत बुमराह उस मैच में नहीं खेले लेकिन उस हार ने श्रीलंका को भी मनोवैज्ञानिक बढ़त दी होगी। सुपर-4 चरण के श्रीलंका से मैच में भारत के पूरे 10 विकेट वेलालगे, असलंका और तीक्ष्णा की स्पिनर तिकड़ी ने चटकाए थे। खासकर, दुनित वेलालगे ने भारतीय टॉप ऑर्डर को बहुत नुकसान पहुंचाया था। इंजरी के चलते तीक्ष्णा नहीं खेलेगे जिससे श्रीलंका को झटका जरुर लगा है लेकिन फिर भी वेलालगे और असलंका से भारतीय बल्लेबाजों को संभल कर रहना होगा। कोलंबों की पिच एक बार फिर से धीमी गति के गेंदबाजों के मुफीद रही तो कुलदीप यादव एक बार फिर से टीम के संकटमोचक बन सकते हैं। एशिया कप में कुलदीप ने अभी तक चार मैचों में नौ विकेट लिए हैं और श्रीलंका के खिलाफ पिछले मुकाबले में वो मैन ऑफ द मैच भी बने थे। भारतीय बल्लेबाजों का लक्ष्य पाकिस्तान के खिलाफ किए गए प्रदर्शन को दोहराना होगा।
जानें एशिया कप के इतिहास में भारत का प्रदर्शन
भारत एशिया कप में सबसे सफल टीम रही है, जिसने अब तक आयोजित 16 आयोजनों में से रिकॉर्ड सात खिताब हासिल किए हैं। इसमें छह वनडे खिताब और एक टी20 खिताब शामिल है। श्रीलंका छह बार एशिया कप जीता हैं जबकि पाकिस्तान ने दो बार टूर्नामेंट जीता है। भारत अब तक 11 बार फाइनल में पहुंचा है। उसने राजनीतिक तनाव के कारण 1986 के आयोजन में हिस्सा नहीं लिया था। बांग्लादेश, अफगानिस्तान और अन्य टीमों ने अभी तक एशिया कप की खिताबी जीत का स्वाद नहीं चखा है।
भारत और श्रीलंका अभी तक सात बार एशिया कप फाइनल में आमने-सामने हो चुके हैं जिसमें भारत ने चार जबकि श्रीलंका ने तीन बार फाइनल जीता है। आखिरी बार दोनों देश 13 साल पहले 2010 में दांबुला में खिताबी मुकाबले में भिड़े थे जिसमें भारत 81 रनों से विजयी रहा था। उस मैच में दिनेश कार्तिक के 66 रनों के अलावा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ने उपयोगी पारियां खेली थीं जिसकी बदौलत भारत ने 268 रन बनाए थे। लक्ष्य का सफल पीछा श्रीलंका नहीं कर पाई। आशीष नेहरा के चार विकेट, जड़ेजा और जहीर खान के दो- दो विकेटों की वजह से मेजबान 187 के मामूली स्कोर पर ऑलआउट हो गया।