दक्ष अरोड़ा

गौतम गंभीर अपने कार्यकाल में कुछ अहम फैसले लेना चाहते हैं। सबसे पहले उन्होंने भारतीय क्रिकेटरों से तीनों फॉर्मेट में खेलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मैं एक बात में दृढ़ विश्वास रखता हूं कि यदि आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो आपको तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि अगर आपको कोई इंजरी होती है तो आपको किसी भी फॉर्मेट  में खेलना नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंजरी खिलाड़ियों के जीवन का हिस्सा है। एक बार जब आप किसी विशेष इंजरी से उबर जाते हैं तो आपको सभी फॉर्मेट  में खेलना जारी रखना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर आप बहुत अच्छी फॉर्म में हैं तो तीनों फॉर्मेट खेलने की कोशिश करें। उनका कार्यकाल 26 जुलाई को श्रीलंका दौरे से शुरू होगा।

उन्होंने कहा कि मैं टीम को व्यक्तिगत प्रतिभा से आगे रखता हूं और ईमानदारी के साथ उन्हें आगे बढ़ाने की कोशिश करता हूं। अपने पेशे के प्रति जितना हो सके ईमानदार रहने की कोशिश करता हूं।

गम्भीर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज मोने मोर्कल को गेंदबाजी कोच के रूप में भी चाहते थे। मोर्ने मोर्कल के पास अच्छा कोचिंग अनुभव है। उन्होंने हाल ही में 2023 वनडे विश्व कप के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट टीम को कोचिंग दी थी लेकिन पीसीबी के साथ अनुबंध समाप्त होने से पहले उन्होंने नौकरी छोड़ दी। वह गौतम गंभीर कोचिंग दर्शन को मानते हैं और उससे काफी प्रभावित हैं। उनके एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध थे क्योंकि वह लखनऊ सुपर जाइंट्स में गौतम गंभीर के साथ थे, जहां गंभीर मेंटॉर थे। मोने मोर्कल दो साल तक इस टीम के बॉलिंग कोच रहे। उसके बाद गौतम गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स चले गए, जहां वह मेंटॉर बने।

 

मोने मोर्कल ने 2018 में 39 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया लेकिन वह अभी भी मॉर्डन क्रिकेट में गेंदबाजी तकनीक और कोचिंग से अपडेट हैं।

भारत के गेंदबाजी कोच के साथ कई नाम जुड़े हैं जिनमें जहीर खान, लक्ष्मीपति बालाजी और विनय कुमार शामिल हैं लेकिन बीसीसीआई ने अभी तक गेंदबाजी कोच पर कोई फैसला नहीं किया है।

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