शमी का इस वर्ल्ड कप में तीसरा पंजा और विराट की रिकॉर्डतोड़ सेंचुरी
जान बची, लाखों पाएं। एक समय डेरेल मिचेल ने तो डरा ही दिया था। शमी की
गेंद पर डेवन कॉन्वे और रचिन रवींद्र के आउट होने से पूरे देश में दोबारा
दीवाली जैसा माहौल बन गया था। मगर इसके बाद डेरेल मिचेल के बल्ले से
आतिशबाज़ी ने सबको शांत कर दिया। चारों तरफ सन्नाटा। मगर सन्नाटे को
चीरता शमी का 33वां ओवर, जहां वह आते हैं और पहले केन और फिर लॉथम को
बाहर जाना पड़ता है। एक बार फिर उत्सव जैसा माहौल। पल-पल गिरगिट की तरह
रंग बदलता क्रिकेट का खेल। शमी के चार विकेट और कुलदीप की कसी हुई
गेंदबाज़ी ने एक तरह से टीम इंडिया के विजयदशमी का माहौल बना दिया। अब
बारी 19 नवम्बर को दीवाली मनाने की है। टीम इंडिया को फाइनल का बहुत
अच्छा अभ्यास मिला क्योंकि गेंदबाज़ों ने इस मैच को जीतने के लिए एक तरह
से अपनी जान लगा दी थी।
देखते ही देखते शमी तीसरी बार पांच विकेट चटकाने में सफल रहे। बचे थे
डेरेल मिचेल। अब अकेला चना भाड़ तो फोड़ नहीं सकता। बस यही कुछ हुआ
वानखेड़े के मैदान पर। इसी टीम के खिलाफ हमारा रिकॉर्ड आईसीसी के नाकआउट
टूर्नामेंटों में सबसे खराब रहा था। मगर इस बार हमारी चैम्पियन टीम ने
उसे लीग में भी हराया और सेमीफाइनल में भी।
इसी तरह विराट भी आईसीसी नॉकआउट वनडे मुक़ाबलों में अपने खराब प्रदर्शन
से उबर गए। उन्होंने और श्रेयस ने साबित कर दिया कि उनसे ज़्यादा
कंसिस्टेंट प्लेयर भला कौन हो सकता है जिनके लिए इस बात का कोई मतलब नहीं
है कि सामने कौन है। रोहित, गिल, राहुल और पूरी भारतीय गेंदबाज़ी आज यही
सब तो कुछ कर रही है। यानी एक ऐसी एकजुटता, जो किसी भी टीम के चैम्पियन
बनने के लिए सबसे ज़रूरी होती है।
यह विराट की विनम्रता ही थी कि वह अपने रोल मॉडल का वनडे में सबसे अधिक
सेंचुरी का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद उनके सामने झुककर उनका अभिवादन करते
दिखाई दिए। वह झुके मगर ऐसा करके उनका कद ऊंचा हुआ। एक वर्ल्ड कप में
सबसे ज़्यादा रन बनाने का सचिन का रिकॉर्ड भी उन्होंने इसी मैच में
तोड़ा। विराट का प्रदर्शन यह भी संदेश देता है कि आईसीसी के वनडे नॉकआउट
मुक़ाबलों में आप कितने भी असफल क्यों न हों, हर नई सुबह आपकी पिछली काली
रातों को पीछे छोड़ देती है। यहां तक कि रोहित ने भी एक वर्ल्ड कप और साथ
ही ओवरऑल वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने के क्रिस गेल के
रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
सेंटनर खतरनाक थे तो उन्हें सबने ध्यान से खेला। कट शॉट्स पर भारतीय
खिलाड़ी कई बाइलेटरल सीरीज़ में फंसते दिखे हैं, ऐसे शॉट्स से टीम के
ज़्यादातर खिलाड़ियों ने परहेज रखा। श्रेयस को स्टेप आउट करके लांग ऑन पर
छक्के लगाते देखना अच्छा लगा। उनका असर विराट पर भी दिखा, जो एक समय इसी
दिशा में छक्के लगाते दिखाई दिए। शुभमन गिल के खासकर फर्ग्यूसन पर पुल और शॉर्ट आर्म पुल देखने लायक थे।