टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया न सिर्फ आज दुनिया की नम्बर एक टीम है बल्कि सबसे ज़्यादा मैच जीतने वाली टीम भी बन गई है। ऐसे में याद आते हैं वे लम्हे जिन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता और उससे न सिर्फ भारतीय क्रिकेट का दर्जा ऊंचा हुआ बल्कि दुनिया भी यह सब देखकर हैरान रह गई।
इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर की छह गेंदों पर छह छक्के हों या फिर भारत-पाकिस्तान के बीच बॉल आउट का मैच। ये दोनों घटनाएं विशिष्ट थीं। भारतीय टीम का इस फॉर्मेट में वर्ल्ड चैम्पियन बनना भी ऐसी ही घटना थी, जिसमें सचिन, द्रविड़, गांगुली और लक्ष्मण नहीं थे। इन खिलाड़ियों के बिना उन दिनों भारतीय क्रिकेट की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। इसी तरह निदहस ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ दिनेश कार्तिक का मैच के आखिरी ओवर में सौम्य सरकार की गेंद पर कवर के ऊपर से छक्का भी शायद ही कोई भूल पाए क्योंकि इसी की बदौलत टीम इंडिया चैम्पियन बनी थी।
2016 के टी-20 वर्ल्ड कप के सुपर-10 के मैच में भारत की बांग्लादेश पर एक रन की जीत को भी शायद ही कोई भुला पाए जहां आखिरी ओवर में बांग्लादेश को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे। हार्दिक पांड्या की गेंद पर मुशफिकुर रहीम ने दो चौके लगाए और इससे पिछली गेंद पर महमदुल्लाह एक रन ले चुके थे। मगर अगली तीन गेंदों पर तीन विकेट गिरने से बांग्लादेश का काम तमाम हो गया और भारत एक रन की रोमांचक जीत दर्ज करने में सफल रहा।
इसी तरह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सुपर 10 के मैच को विराट कोहली ने अपने दम पर जिताया जहां एक समय टीम इंडिया के तीन विकेट बहुत जल्दी गिर गए थे। विराट ने इसी फॉर्मेट के पिछले साल मेलबर्न में खेले टी-20 वर्ल्ड कप के मैच को भी अपने दम पर जिताया, जहां भारत को आखिरी आठ गेंदों पर 28 रन चाहिए थे। अंतिम पूर्व ओवर की पांचवीं और छठी गेंद पर विराट कोहली ने हारिस रउफ पर छक्के जड़कर भारत का काम आसान कर दिया। आखिरी ओवर में उन्होंने नवाज़ पर छक्का लगाकर भारत की जीत में अपना सबसे बड़ा योगदान दिया। उन्होंने असम्भव से लग रहे काम को सम्भव कर दिखाया।
तीन साल पहले हैमिल्टन में भारत का न्यूज़ीलैंड के साथ स्कोर टाई हो गया। सुपर ओवर में न्यूज़ीलैंड ने बिना कोई विकेट खोए 17 रन बनाए जबकि रोहित और राहुल पहली चार गेंदों पर आठ रन ही बना पाए लेकिन साऊदी की आखिरी दो गेंदों पर रोहित ने लांग ऑन और लांग ऑफ के ऊपर से छक्के लगाकर करोड़ों भारतीयों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर दिया। पिछले दिनों रिंकू सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 मैच में आखिरी गेंद पर छक्का लगा दिया जबकि शॉन एबट की वह गेंद नो बॉल हो गई, जिससे उस छक्के को तो नहीं माना गया लेकिन भारत ने आखिरी गेंद पर मैच ज़रूर जीत लिया।