घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आशुतोष शर्मा ने आतिशी बल्लेबाजी की और इतिहास रच दिया। रेलवे की ओर से खेलते हुए आशुतोष शर्मा ने अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाजों की जमकर खबर ली और एक बड़ा इतिहास रच डाला। वह सबसे तेज फिफ्टी जड़ने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने महज 11 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरा किया। आशुतोष ने भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह का 16 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। युवराज ने टी20 वर्ल्ड कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 12 गेंदों में हाफ सेंचुरी जमाया था। टी20 क्रिकेट में सबसे तेज फिफ्टी लगाने का रिकॉर्ड नेपाल के दीपेंद्र सिंह ऐरी के नाम दर्ज है। जो उन्होंने एशियन गेम्स 2023 में मंगलालिया के खिलाफ सिर्फ 9 गेंदों में हाफ सेंचुरी जड़कर युवराज का रिकॉर्ड तोड़ा था। एरी के बाद लिस्ट में आषुतोष का नंबर हैं। क्रिस गेल के नाम भी बिग बैश में 12 गेंदों में हाफ सेंचुरी है।
अगर बात करें मैच की तो रेलवे की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 245 रन बनाए जिसमे आशुतोष शर्मा की सबसे तेज हाफ सेंचुरी तो थी ही उपेंदर यादव की 51 गेंदों में 103 रनों की शानदार पारी भी शामिल थी। इसके जवाब में अरुणाचल प्रदेश की टीम 119 रन पर ढेर हो गई। टीम 18.1 ओवर में ऑलआउट हुई और 127 रन से रेलवे टीम ने मैच जीत लिया। रेलवे के लिए सुशील कुमार ने मैच में चार विकेट अपने नाम किए।
मध्य प्रदेश के रतलाम में जन्मे आशुतोष का रेलवे के लिए यह दूसरा टी20 मैच है। 25 वर्षीय आशुतोष का यह 10वां टी20 घरेलू मैच था। उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए 2018 में टी20 डेब्यू किया था और आखिरी बार इस फॉर्मेट में 2019 में खेले थे। उन्होंने 2019 में मध्य प्रदेश के लिए केवल एक 50 ओवर का मैच खेल खेला है। उन्होंने अभी तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू नहीं किया।