यशस्वी जायसवाल छोटी उम्र का बड़ा खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर हैं। वह रांची में विराट के एक रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं जबकि धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पांचवें और अंतिम टेस्ट में उनकी नज़रें विराट और सुनील गावसकर के एक सीरीज़ में बनाए रनों को पार करने पर रहेगी।
रांची में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में उन्होंने मौजूदा सीरीज़ में 655 रन पूरे करके विराट कोहली के घरेलू सीरीज़ में बनाए सबसे अधिक रनों के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। विराट ने 2016 की घरेलू सीरीज़ में इंग्लैंड के खिलाफ 655 रन बनाए थे। यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज़ में दो डबल सेंचुरी के अलावा 80 और 73 रन की दो अन्य पारियां खेलकर खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया।
विराट कोहली ने 2014-15 की सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में 692 रन बनाए थे। इस सीरीज़ मे विराट ने कुल चार सेंचुरी बनाई थी जिसमें एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों की सेंचुरी भी शामिल हैं। यशस्वी को विराट के इस सीरीज़ के कुल रनों को पार करने के लिए 38 रनों की दरकार है। इसी तरह सुनील गावसकर के दो रिकॉर्डों पर भी उनकी नज़र है। गावसकर ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 1978-79 की घरेलू सीरीज़ में 732 रन बनाए थे जबकि 1971 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ वेस्टइंडीज़ में उन्होंने 774 रन बनाए थे। यह उनके करियर की पहली सीरीज़ थी। इनमें गावसकर के घरेलू सीरीज़ के रनों को पार करने के लिए यशस्वी को 77 रन चाहिए जबकि गावसकर की पहली सीरीज़ के कुल रनों को पार करने के लिए उन्हें 115 रन चाहिए। इसका मतलब यह है कि अगर यशस्वी ने धर्मशाला टेस्ट में इतने रन बना लिए तो वह भारत की ओर से एक सीरीज़ में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे।
इससे पहले यशस्वी राहुल द्रविड़ के एक सीरीज़ में बनाए 602 और 619 रनों को पीछे छोड़ चुके हैं। द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में 2002 में 602 रन बनाए थे जबकि 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में ही उन्होंने 619 रन बनाए थे। विराट कोहली के श्रीलंका के खिलाफ 2017 में बनाए 610 के स्कोर को यशस्वी पहले ही पीछे छोड़ चुके हैं। इसी तरह दिलीप सरदेसाई के वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 1971 की घरेलू सीरीज़ में बनाए 642 के स्कोर को भी यशस्वी पार कर चुके हैं। यहां गौरतलब है कि गावसकर 700 का स्कोर दो बार पार करने में सफल रहे जबकि विराट ने 600 का स्कोर टेस्ट करियर में दो बार पार किया है।
धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां और अंतिम क्रिकेट टेस्ट सात मार्च से शुरू हो रहा है। अब यशस्वी से उम्मीद है कि वह इन बचे हुए रिकॉर्डों को भी पीछे छोड़कर भविष्य की उम्मीद जगाएंगे।