भारत ने न्यूलैंड्स में कभी कोई टेस्ट नहीं जीता है और अगर उसे अगर सीरीज बचानी है तो इस रिकॉर्ड को बदलना होगा। दोनों टीमें इस मैदान पर छह बार आमने-सामने हुई हैं। इस दौरान मेजबान ने चार जीते हैं जबकि बचे दो मुकाबले ड्रा हुए हैं। यहां पर आखिरी मैच वर्ष 2022 में खेला गया था जिसमें साउथ अफ्रीका ने भारत को सात विकेट से शिकस्त दी थी। पिच रिपोर्ट पर ध्यान दें तो पिच में घास सामान्य से अधिक है जिससे मैच की शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी और जैसे -जैसे मैच आगे बढ़ता जाएगा स्पिनर्स भी अपनी छाप छोड़ सकते हैं। इस टेस्ट मैच के दौरान बारिश की ऐसी कोई आशंका नहीं है। मौसम सुहावना और धूप खिली रहेगी। साउथ अफ्रीका का पेस आक्रमण एक बार फिर से भारतीय बल्लेबाजी के सामने चुनौती पेश करने के लिए तैयार है। सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लेने वाले रबाडा के आंकड़े इस मैदान में भी डराने वाले हैं। इस साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाज ने इस मैदान में सात मैच खेलते हुए 20.95 की औसत से 42 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा रबाडा हमवतन महान आलराउंडर जैक कैलिस के 291 टेस्ट विकेटों को पीछे करने के लिए मात्र पांच विकेट दूर हैं।
न्यूलैंड्स की विकेट भारतीय बल्लेबाजों को रास नहीं आती है। आंकड़ों पर नज़र डालें तो- यहां पर छह मैच में भारत मात्र एक बार ही 400 रनों के पार जा पाया है। वहीं केवल दो बार 300 के ऊपर रन बनाए हैं। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर का रिकॉर्ड यहां काबिलेतारीफ हैं। इस मैदान पर तेंडुलकर ने चार मैचों की सात पारी में 81 की शानदार औसत से दो सेंचुरी और इतनी ही हाफसेंचुरी के साथ 489 रन बनाए हैं। वर्तमान भारतीय खिलाड़ियों को कुछ सचिन जैसा ही प्रदर्शन दोहराना होगा। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का यह आखिरी साउथ अफ्रीकी दौरा भी हो सकता है। रोहित इस मैच में ऱन बनाकर अपने निराशाजनक रिकॉर्ड में थोड़े सुधार की कोशिश करेंगें। रोहित ने साउथ अफ्रीका में खेली गई दस पारियों में 12.80 की औसत से केवल 128 रन ही बना पाएं हैं।