आयुष राज
पाकिस्तान सुपर लीग में 29 फरवरी को कराची किंग्स और क्वेटा ग्लेडिएटर्स
के बीच मैच से पहले एक घटना सामने आई है। पीएसएल में कराची किंग्स की टीम
के 13 खिलाड़ी एक साथ बीमार पड़ गए। सभी खिलाड़ियों को पेट की समस्या हुई
और साथ ही सभी को लगातार उल्टी भी हो रही थी। एक साथ 13 खिलाड़ियों के
बीमार हो जाने के कारण कराची की टीम के पास क्वेटा ग्लेडियेटर्स के खिलाफ
मैदान पर उतारने के लिए 11 खिलाड़ी भी पूरे नहीं हो पा रहे थे।
कराची किंग्स की टीम में शोएब मलिक, हसन अली, मोहम्मद नवाज, किरोन
पोलार्ड, शान मसूद जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी मैच में खेलने की हालत में
नहीं थे। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार कराची किंग्स के बीमार पड़े सभी
खिलाड़ी फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए। इतना ही नहीं, उन में से एक खिलाड़ी
को अस्पताल भी ले जाना पड़ा। यह सबके बावजूद कराची टीम में चार बदलाव किए
गए।
ऐसे में टीम मैनेजमेंट को प्लेइंग 11 चुनने में भी काफी दिक्कतों का
सामना करना पड़ा। कप्तान शान मसूद, शोएब मलिक, हसन अली सहित कई अन्य
खिलाड़ी जब बेहतर महसूस करने लगे तो वह खेलने के लिए लौटे।
इसी मैच के अंतिम ओवर में एक घटना और देखने को मिली। कराची ने क्वेटा के
सामने 166 रनों का लक्ष्य रखा था जिसका पीछा करते हुए क्वेटा को जीत
हासिल करने के लिए आखिरी दो गेंदों पर तीन रनों की जरूरत थी। तभी मैच का
विन प्रेडिक्शन (जीत की भविष्यवाणी) मैदान में दिखाया गया कि क्वेटा
ग्लेडिएटर्स की टीम के जीतने की संभावना 101 फीसदी है और कराची किंग्स की
टीम के जीतने की संभावना महज माइनस एक फीसदी है। आखिरी ओवर में क्वेटा
का स्कोर पांच विकेट पर 151 रन था। उसके बाद शेरफेन रदरफोर्ड बल्लेबाजी
कर रहे थे और टीम को जीतने के लिए छह गेंदों में 15 रन चाहिए थे। कराची
के अनवर अली की पहली दो गेंदों पर लगातार दो छक्के लगे और फिर अगली दो
गेंदों पर डॉट बॉल करने के साथ क्वेटा ने जोरदार वापसी की। तभी पांचवी
गेंद से ठीक पहले जीत की प्रेडिक्शन वाली घटना सामने आई। एसी मैच
प्रेडिक्शन क्रिकेट के इतिहास में सम्भवत: पहली बार देखने को मिली है।
क्रिकेट में किसी टीम के जीतने की संभावना कभी भी नकारात्मक नहीं हो
सकती। आयोजकों को इस समस्या पर ध्यान देने की ज़रूरत है।