भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप के लिए राष्ट्रीय टीम में रविचंद्रन अश्विन को ज़रूर शामिल किया जाना चाहिए। उनकी मौजूदगी से भारतीय टीम को काफी फायदा मिल सकता है। प्रसाद का मानना है कि अश्विन जैसा गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है, जिसमें कई बाएं हाथ के बल्लेबाज मौजूद हैं। प्रसाद का मानना है कि अश्विन इस समय विश्वास से भरे हुए हैं और एशियाई परिस्थितियों में वह विरोधी बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।
एमएसके प्रसाद ने एक बातचीत में कहा, ”मैं अब भी रविचंद्रन अश्विन के पक्ष में हूं। आप एशियाई परिस्थितियों में खेलेंगे और मेरे ख्याल से वह विरोधी टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। हमने देखा है कि ऑस्ट्रेलिया की टीम में कई बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं जिनके सामने अश्विन काफी उपयोगी साबित होंगे क्योंकि वे अभी अच्छी स्थिति में हैं। अगर आप श्रीलंका और भारत में खेल रहे हैं तो वो भारतीय टीम के लिए काफी लाभदायी साबित हो सकते हैं।”
अश्विन को 2022 के टी20 वर्ल्ड कप में भारत के सीमित ओवर टीम में मौका मिला था। ऑफ स्पिनर ने अपना आखिरी वनडे मैच जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। अब देखना होगा कि एमएसके प्रसाद के विचार पर मौजूदा चयन समिति गौर करेगी या नहीं। रवि अश्विन ने अपने वनडे करियर में 113 मुकाबलों में 151 विकेट लिए हैं मगर 2017 के बाद से उन्होंने सिर्फ दो वनडे मुकाबले खेले हैं जिनमें उन्हें सिर्फ एक विकेट प्राप्त हुआ है।
रवि अश्विन के पास अनुभव की बिलकुल कमी नहीं है मगर वनडे क्रिकेट से उनकी दूरी काफी ज्यादा बढ़ चूकी है। अगर भारतीय सेलेक्टर्स को अश्विन को मौका देना होता तो अश्विन को लगातार वनडे क्रिकेट में मौका देना चाहिए था। अश्विन न तो वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ वनडे टीम में थे और न ही आइपीएल से पहले हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे टीम में।