आर्यन कपूर
न्यूज़ीलैंड से सीरीज हारने के बाद भारतीय टीम के सामने अगला बड़ा चैलेंज ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है। यह सीरीज भारत के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए काफी अहम है। भारतीय टीम का न्यूज़ीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन काफी ठंडा रहा जिसके चलते भारत घर पर 12 साल बाद टेस्ट सीरीज हारा। भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया में जीतना एक बड़ा चैलेंज होने वाला है लेकिन, बतौर कोच यह सीरीज किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होगी।
बतौर कोच फीके रहे गंभीर
टी20 वर्ल्ड कप के बाद गौतम गंभीर ने भारतीय टीम के हैड कोच के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी लेकिन रोहित और गंभीर की जोड़ी अब तक वन-डे और टेस्ट में उतनी असरदार नहीं दिखी। टी20 में सूर्यकुमार यादव और गंभीर की जोड़ी हिट रही है। इस बीच बोर्ड ने वीवीएस लक्ष्मण को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। दरअसल, लक्ष्मण को साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम का हैड कोच बनाया गया है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि लक्ष्मण को जिम्मेदारी देने का कारण बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और साउथ अफ्रीका दौरे की डेट क्लैश होना ही है या कोच के तौर पर दूसरे विकल्प की तलाश करना।
गौतम गंभीर ने जब से भारतीय टीम के हैड कोच का पद संभाला है, उसके बाद से टीम का वन-डे और टेस्ट में प्रदर्शन फीका दिखाई दिया। हालांकि माना यह जा रहा है कि वीवीएस लक्ष्मण को कोच सिर्फ साउथ अफ्रीका दौरे पर होने वाले चार टी20 मुकाबलों के लिए बनाया गया है। हालांकि गौतम गंभीर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम के साथ होंगे। उनकी अनुपस्थिति में लक्ष्मण को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए हैड कोच बनाया गया है।
ऑस्ट्रेलिया पेश करेगी मुश्किल चुनौतियां
22 नवंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत होगी। यह सीरीज रोहित शर्मा के सामने बतौर कप्तान उनके टेस्ट करियर का सबसे मुश्किल दौरा साबित होने वाला है। गौतम गंभीर के लिए भी ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी ज्यादा महत्वपूर्ण रहने वाला है। अगर गंभीर बतौर कोच इस सीरीज में भी फेल होते है तो वीवीएस लक्ष्मण को दूसरे विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है। भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड के सामने टेस्ट सीरीज में बहुत निराश किया था। अब भारतीय टीम पूरी कोशिश करेगी कि मुंबई टेस्ट में जीत हासिल की जाए।