आर्यन कपूर
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की जमकर पसीना बहा रही है। इस बीच चेतेश्वर पुजारा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक चेतेश्वर पुजारा अपने करियर की नई पारी की शुरुआत पर्थ टेस्ट से कर सकते हैं।
टीम में नहीं मिली जगह
आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चेतेश्वर पुजारा को भारतीय टीम के स्क्वाड में शामिल नहीं किया गया था। अगर उनके पिछले कुछ फर्स्ट क्लास मैचों के प्रदर्शन को देखा जाए तो वह काफी शानदार रहा है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी से लेकर काउंटी क्रिकेट में रन बनाए हैं लेकिन उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पुजारा एक नए रोल में दिखने वाले हैं। दरअसल, पुजारा बतौर कमेंटेटर अपने करियर की नई पारी की शुरुआत करेंगे। पुजारा के कमेंटेटर के नाते बाहर बैठकर भारतीय टीम को देखना एक अलग अनुभव होगा क्योंकि जब पिछली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं की धरती पर धूल चटाई थी तब पुजारा का उस सीरीज में अहम योगदान था।
ऑस्ट्रेलिया में पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने 2018-19 और 202-21 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। पिछली सीरीज में पुजारा ने पूरे शरीर पर गेंदें खाई थी लेकिन वह क्रीज पर डटे रहे थे। उनकी मजबूत तकनीक और पिच पर लंबे समय तक डटे रहने की काबिलियत ने पिछली सीरीज में निर्णायक भूमिका निभाई थी। उनकी इसी क्षमता की भारतीय टीम को कमी खल सकती है। उनका धैर्य और लंबी पारी खेलने की कला गेंदबाजों को थकाने का काम करती है। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में 11 मैचों में 47.28 की औसत से 993 रन बनाए हैं। इसके अलावा पुजारा के पास स्पिनर को खेलने की भी काबिलियत है लेकिन वह आगामी टेस्ट सीरीज में भारत के लिए खेलते हुए नहीं बल्कि कमेंट्री बॉक्स से टीम को सपोर्ट करते हुए दिखेंगे।