भारतीय टीम ने इंग्लैंड को तीसरे टेस्ट में हराते ही बहुत बड़े-बड़े रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज की । भारत के टेस्ट इतिहास की ये सबसे बड़ी जीत थी रनों के लिहाज से जहां हमने इंग्लैंड को 434 रनों से हराया। इससे पहले सबसे बड़े रन के मार्जिन से हमने न्यूजीलैंड को 2021 में 372 रन से मुंबई में हराया था। वहीं इंग्लैंड की ये दूसरी सबसे बड़ी हार है। इससे पहले इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया ने 562 रन से 1934 में हराया था।
यशस्वी जायसवाल ने महज सात टेस्ट मैचों की 13 पारियों में दो डबल सेंचुरी जड़ चुके हैं। राजकोट टेस्ट में डबल सेंचुरी बनाते समय यशस्वी जायसवाल की उम्र 22 साल 49 दिन की है। ये रिकॉर्ड अब भी विनोद कांबली के नाम है। उन्होंने 21 साल 54 दिनों में ही दो डबल सेंचुरी ठोंक दिए थे। डॉन ब्रैडमैन ने भी महज 21 साल 318 दिनों में ये कारनामा कर दिया था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ चौथे नंबर पर हैं, उन्होंने 22 साल 173 दिनों में दो दोहरे शतक बना डाले थे।
भारतीय टीम ने महज तीसरे ही टेस्ट मैच में अब तक 48 छक्के ठोंक डाले हैं। ये किसी भी टीम के लिए अब तक किसी भी सीरीज में सबसे ज्यादा छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। भारत के ही नाम पर इससे पिछला रिकॉर्ड भी था। भारतीय टीम ने साल 2019 में साउथ अफ्रीकी टीम के खिलाफ 47 छक्के लगाए थे। यही नहीं, इस मैच में भारतीय टीम ने 28 छक्के लगाए, जो किसी भी टीम के लिए सबसे ज्यादा छक्के हैं। ये रिकॉर्ड भी पहले भारतीय टीम के ही नाम दर्ज था, जिसने साल 2019 में विशाखापट्टनम टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 27 छक्के लगाए थे।
यशस्वी जायसवाल ने 214 रनों की पारी खेली। अपनी ऐतिहासिक पारी में जायसवाल ने 14 चौके और 12 छक्के लगाए। जायसवाल टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्का लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। अबतक जायसवाल ने तीन टेस्ट मैच ही खेले हैं और 22 छक्के लगाने में सफल हो गए हैं। अभी दो टेस्ट मैच सीरीज में और खेलने हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम थे। रोहित ने एक टेस्ट सीरीज में कुल 19 छक्के लगाए थे। रोहित ने यह कमाल 2019 साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में किया था।