न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रचिन रवींद्र ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट में डबल सेंचुरी जड़ते हुए इतिहास रचा है। रचिन ने 26 चौके और तीन छक्के लगाते हुए 240 रन बनाए। इस डबल सेंचुरी की बदौलत न्यूजीलैंड ने 511 का स्कोर पहली पारी में बनाया। भारत के खिलाफ डेब्यू करने वाले रचिन रवींद्र करियर का चौथा टेस्ट मैच खेल रहे थे। इससे पहले खेले तीन टेस्ट मैचों में रचिन रवींद्र ने सिर्फ 73 रन बनाए थे। इस तरह चार टेस्ट की सात पारियों के बाद अब उनके बनाए रनों की कुल संख्या 313 रन हो गई है। उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त खेल दिखाया है। भारत में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में 10 मुकाबलों में 578 रन बनाए थे जिसमें तीन सेंचुरी शामिल थी।
रचिन रवींद्र और केन विलियमसन जिस समय बल्लेबाजी करने आए तब न्यूजीलैंड टीम की स्थिति अच्छी नहीं थी। उन्होंने 39 रन के स्कोर पर दो विकेट खो दिए थे। उन्होंने 189 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के के साथ अपना सेंचुरी पूरी की। इस दौरान उन्होंने केन विलियमसन के साथ तीसरे विकेट के लिए 233 रन की साझेदारी भी की। केन विलियमसन 118 रन बनाकर आउट हुए। ये विलियमसन के टेस्ट करियर की 30वी सेंचुरी थी। वहीं पिछले छह टेस्ट में इनकी पांचवीं सेंचुरी थी। साउथ अफ्रीका ने जब अपनी टेस्ट टीम की घोषणा की थी तब से हीं ये सीरीज चर्चा में थी। किसी अनुभवी खिलाड़ी को इस टीम में शामिल नहीं किया गया था। पहले टेस्ट में साउथ अफ्रीका की टीम में छह खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरुआत की थी।
रचिन रवींद्र ने अपनी इस पारी के साथ 25 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। 1999 में न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिनक्लेयर ने अपनी पहले ही सेंचुरी को 214 रनों की पारी में बदला था जबकि रवींद्र ने अपने पहले टेस्ट सेंचुरी को 240 रनों तक पहुंचाया। रवींद्र अपनी पहले टेस्ट सेंचुरी को सबसे बड़ी पारी में बदलने वाले न्यूजीलैंड के पहले क्रिकेटर बन गए हैं।