नौ फरवरी से शुरू हो रहे रहे रणजी ट्रॉफी के छठे मुकाबले में बड़े-बड़े खिलाड़ी खेलते दिखेंगे। मुंबई से रहाणे, शिवम दुबे, पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी। राजस्थान के कप्तान दीपक हुड्डा, केरल से संजु सैमसन, सौराष्ट्र से चेतेश्वर पुजारा, विधर्व से उमेश यादव हमे दिखेंगे। इस रणजी सीजन में इन बड़े खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करे तो किसी का शानदार तो किसी खिलाड़ी के लिए बहुत बुरा गया है।
मुंबई टीम की बात करे तो खेले गए अपने पांच मुकाबले में चार जीती है लेकिन उत्तरप्रदेश के खिलाफ अपना मैच हार गए थे। अजिंक्य रहाणे बिहार के खिलाफ पहला मैच नहीं खेले थे। अगले मुकाबले में आंध्रप्रदेश के सामने अपना खाता भी नहीं खोल पाए। केरल के सामने अगले मैच में भी बल्ला नहीं चला पहली पारी में जीरो और दूसरी पारी में 16 रन बनाए। उत्तरप्रदेश के सामने भी पहली पारी में आठ और दूसरी पारी में नौ रन बनाए। पिछले मुक़ाबले में बंगाल के सामने खेले ही नहीं, शिवम दुबे ने कप्तानी संभाली।
उमेश यादव का ये सीजन शानदार रहा है। पहले मैच में पांच विकेट लेकर शुरुआत किया । दूसरे मैच में मणिपुर के सामने बाहर बैठे। तीसरे मुकाबले में सौराष्ट्र के खिलाफ पहली पारी में चार और दूसरी पारी में तीन विकेट झटके। टीम के बल्लेबाजों ने साथ नहीं दिया टीम यह मैच हार गई। झारखंड के सामने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में दो और दूसरी पारी में चार विकेट लिए और टीम को जीत दिलाया। राजस्थान के खिलाफ केवल एक पारी की ही गेंदबाजी की और केवल एक विकेट ही लिए। कुल चार मैचों की सात पारियों में 19 विकेट लिए हैं।
चेतेश्वर पुजारा ने इस सीजन की शुरुआत झारखंड के खिलाफ डबल सेंचुरी से किआ। ये साल इनके लिए शानदार रहा है खेले गए पांच मैचों की आठ पारियों में 76.86 के औसत के साथ 538 रन बनाए हैं। महाराष्ट्र के कप्तान केदार जाधव ने इस सीजन के चार मैचों में 312 रन बनाएं हैं। कर्नाटक के मयंक अग्रवाल ने चार मैचों में 310 रन बनाए हैं जिसमें दो सेंचुरी शामिल हैं। मुंबई के बल्लेबाज शिवम दुबे ने एक सेंचुरी जड़ते हुए 286 रन बनाए हैं, इसके साथ 12 विकेट भी लिए हैं। केरल के कप्तान संजु सैमसन ने तीन मैचों में 169 रन बनाए हैं। राजस्थान के दीपक हुड्डा ने पांच मैचों में दो हाफ सेंचुरी जड़ते हुए 164 रन बनाए हैं।