रणजी ट्रॉफी के छठे राउंड के मुकाबले खेले जा रहे है। पहले दिन कुछ नामी चेहरों ने खूब रन बनाए। मुंबई से पृथ्वी शॉ, सौराष्ट्र से चेतेश्वर पुजारा, कर्नाटक से देवदत्त पडिक्कल और हैदराबाद से तिलक वर्मा ने सेंचुरी स्कोर की।
मुंबई और छत्तीसगढ़ के बीच मुकाबले में मुंबई ने दिन का खेल खत्म होने तक 310 दिन बना लिए हैं। ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने 159 रनों की शानदार पारी खेली है। शॉ काफी समय से इंजरी के चलते क्रिकेट मैदान से बाहर थे। पिछले ही मैच में उन्होंने वापसी की थी लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए थे। शॉ के अलावा उनके सलामी जोड़ीदार भूपेन लालवानी ने भी 102 रन बनाए हैं। मुंबई के कप्तान अजिक्य रहाणे का बुरा दौर लगातार जारी है। इस पारी में वह एक रन ही पर बोल्ड हो गए।
देवदत्त पडिक्कल ने तमिलनाडु की मजबूत टीम के खिलाफ 216 गेंदों में 151 रनों की मैराथन पारी खेल डाली । पडिक्कल ने अपने इस पारी में 12 चौके और छह छक्के भी जड़े। ओपनर बल्लेबाज रविकुमार समर्थ ने 57 रनों की पारी खेली वहीं कप्तान मयंक अग्रवाल 20 रन बनाकर साई किशोर का शिकार बनें। कर्नाटक की पिछली जीत के हीरो मनीष पांडे एक रन ही बना पाए। दिन का खेल खत्म होने कर्नाटक ने पांच विकेट पर 288 रन बना लिए हैं और अभी भी देवदत्त पडिक्कल टिके हुए हैं।
सौराष्ट्र और राजस्थान के बीच खेले जा रहे मुकाबले के पहले दिन चेतेश्वर पुजारा ने 110 रनों की बेहतरीन पारी खेली। दिन का खेल खत्म होने तक सौराष्ट्र ने चार विकेट खोकर 242 रन बना लिए हैं। पुजारा इस रणजी सीजन में शानदार फॉर्म में है। भारतीय टीम का इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों के लिए अभी चयन होना बाकी है जिसके लिए पुजारा का लगातार यह प्रदर्शन एक बार फिर से भारतीय टीम के दरवाजे उनके लिए खो सकता है।
रणजी प्लेट के पहले सेमीफाइनल में हैदराबाद ने पहले 383 रन बना लिए हैं। हैदराबाद के सामने नागालैंड की एक न चली। ओपनर तन्मय अग्रवाल ने अपनी बेहतरीन फॉर्म जारी रखते हुए 164 रनों की पारी खेली। इस टीम के कप्तान और भारतीय उभरते सितारे तिलक वर्मा ने भी सेंचुरी जड़ दिखाया कि वह तीनों फॉर्मेट एक अच्छे बल्लेबाज बन सकते हैं।
एक और अन्य मुकाबले केरल ने बंगाल के सामने पहले दिन 265 रन बनाकर दिन खत्म किया। केरल के कप्तान संजू सैमसन आठ रन बनाकर पवेलियन लौट गए। सचिन बेबी 110 और अक्षय चंद्रन 76 रन बनाकर अभी भी टिके हुए हैं।