भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा जल्द ही अपने लिमिटेड ओवर के भविष्य को लेकर बीसीसीआई से बात कर सकते हैं। रोहित फिलहाल 36 वर्ष के हैं और अगले वनडे वर्ल्ड कप तक उनकी उम्र 40 पार कर जाएगी जिसे देखते हुए 2027 में होने वाले वर्ल्ड कप में उनका खेलना मुश्किल नज़र आ रहा है। आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम पर भी वनडे क्रिकेट को ज्यादा अहमियत नहीं दी गई है। अगले वनडे वर्ल्ड कप से पहले इस फार्मेट का बस एक टूर्नामेंट चैंपियंस ट्राफी है जो 2025 में पाकिस्तान में खेला जाना है। कम वनडे क्रिकेट और इस भारतीय टीम में खिलाड़ियों की उम्र के मद्देनजर भारतीय क्रिकेट बोर्ड अब युवा खिलाड़ियों को भविष्य के लिए तैयार करना चाहता है।
रोहित और विराट सहित कई अन्य सीनियर खिलाड़ी पिछले कुछ समय से टी-20 सेटअप का हिस्सा नहीं थे। जिसकी एक वजह वर्ल्ड कप 2023 बताया जा रहा था लेकिन खबरें ऐसी भी थी कि 2022 टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के साधारण प्रदर्शन के चलते बीसीसीआई अब क्रिकेट के सबसे छोटे फार्मेट में नए चेहरों के साथ आगे बढ़ने को देख रहा है। अगले साल जून में टी-20 वर्ल्ड कप अमेरिका और कैरेबियन की संयुक्त मेजबानी में खेला जाना है। रोहित और विराट के उस टूर्नामेंट का हिस्सा होने पर अभी तस्वीर साफ नहीं है। रिपोर्ट्स की मानें तो खासकर, रोहित शर्मा बीसीसीआई की टी-20 स्कीम में नहीं हैं।
टेस्ट में भारत के पास रोहित के उत्तराधिकारी के रूप में अभी भी कोई विकल्प नहीं है। रोहित के अलावा अश्विन, जडेजा और बुमराह जैसे विकल्पों पर भी विचार करना बेईमानी होगी क्योंकि इन खिलाड़ियों को उम्र, फिटनेस और कंडीशन के चलते कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं दी जा सकती है। रोहित लिमिटेड ओवर क्रिकेट से दूर होकर अपने टेस्ट करियर को लंबा कर सकते हैं और भारतीय मैनेजमेंट भी कम से कम 2025 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप तक रोहित को कप्तानी का जिम्मा सौंपेगा ताकि टेस्ट में इस डब्ल्यूटीसी सर्किल के दौरान नए कप्तान को भी तरासा जाए। लिमिटेड ओवर में भारत के पास कप्तानी के काफी विकल्प हैं और वो विकल्प कप्तानी के गुर भी सीख चुके हैं लेकिन टेस्ट में रोहित को अपना उत्तराधिकारी तैयार करना होगा।
फिलहाल, यह कहना ठीक रहेगा क्या कि हिट-मैन अपना आखिरी वर्ल्ड कप खेल चुके हैं?