हिमांक द्विवेदी 

भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा इन दिनों मुम्बई मे रणजी ट्रॉफी के प्रैक्टिस सेशन में भाग ले रहे हैं। मुम्बई को रणजी ट्रॉफी में अगला मैच जम्मू-कश्मीर की टीम से 23 फरवरी को खेलना है।

ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह रणजी ट्राफी के बाकी के मैचों में उतर सकते हैं।

हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि वह मुंबई की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेलेंगें या नहीं। रोहित शर्मा ने रणजी ट्रॉफी में अपना पिछला मैच 2015 में उत्तर प्रदेश के खिलफ खेला था। रोहित शर्मा ने उन सभी अटकलों पर विराम दे दिया जिसमें यह कहा जा रहा था की भारतीय टीम के पुराने खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी या राज्य स्तर के मैच खेलने से बचते हैं। यदि रोहित शर्मा रणजी ट्रॉफी खेलते है तो वह आजिंक्य रहाणे के अंडर खेलेंगे जिससे मुंबई टीम के अन्य खिलाड़ियों को उनके अनुभव का फायदा मिलेगा। भारतीय कोच गौतम गंभीर और कपिल देव ने सीनियर खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खलने की सलाह दी है।

कपिल और गावसकर की सलाह

न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज़ में हार के बाद टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर, कपिल देव और सुनील गावसकर ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को रणजी खेलने की हिदायत दी थी।

रोहित शर्मा ने अपना घरेलू क्रिकेट करियर मुंबई के लिए शुरू किया था और उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में व्यस्त रहने के कारण वे लंबे समय से इस टूर्नामेंट में नहीं खेल पाए। अब 10 साल बाद उनका अभ्यास सत्र में शामिल होना और रणजी ट्रॉफी में वापसी की संभावना घरेलू क्रिकेट के लिए एक शुभ संकेत कहा जा सकता है। रोहित की वापसी से मुंबई टीम को न केवल एक अनुभवी बल्लेबाज मिलेगा बल्कि उनका नेतृत्व भी टीम को मजबूती देगा।

गिल भी हैं तैयार

वहीं शुभमन गिल के भी रणजी ट्रॉफी में पंजाब के लिए खेलने की संभावना भी चर्चा का विषय बन गई है। रोहित और गिल दोनों का रणजी ट्रॉफी में शामिल होना भारतीय घरेलू क्रिकेट को नई दिशा दे सकता है। इन दोनों खिलाड़ियों की मौजूदगी से युवा क्रिकेटरों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। इसके अलावा इस टूर्नामेंट के महत्व में भी वृद्धि होगी क्योंकि इन जैसे दिग्गज खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को मजबूती देंगे।

 

 

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