कांत शर्मा
पर्थ टेस्ट में लगता है कि भारतीय बल्लेबाज़ भूल गए कि वे ऑस्ट्रेलिया में खेल रहे हैं। दस में से नौ खिलाड़ी बल्ले का बाहरी किनारा लगने से आउट हुए। यशस्वी, सुंदर और बुमराह शरीर से दूर खेले। विराट, यशस्वी और सुंदर उछाल पर आउट हुए।
भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। इस मैच में हर्षित और नीतीश रेड्डी ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग करने आये लेकिन यशस्वी स्टार्क की बाहर जाती हुई गेंद पर कट मारने के चक्कर में स्लिप पर आउट हुए और अपना खाता भी नहीं खोल पाये।
शुभमन गिल की जगह टीम में आये देवदत्त पडिकल भी कुछ खास कमाल नहीं कर सके। वह भी बिना खाता खोले हेजलवुड की अंदर आती हुई गेंद पर विकेटकीपर कैरी के हाथों कैच दे बैठे। वहीँ भारत को 32 के स्कोर पर तीसरा झटका लगा। जब विराट कोहली हेजलवुड की बाउंस लेती बॉल को हुक करने के प्रयास में उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट हुए। विराट कोहली ने 12 गेंद में पांच रन बनाये। भारतीय टीम ने करीब एक घंटे के अंदर तीन बहुमूल्य विकेट गंवा दिए। भारत को चौथा झटका केएल राहुल के रूप में लगा जिनसे भारत को बहुत उम्मीदें थी कि वह कोई बड़ी पारी खेलेंगे उन्हें स्टार्क ने अपना शिकार बनाया। वह 74 गेंदों में 26 रन बनाकर पविलियन लौट गए।
पहले सेशन में भारत का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। विराट कोहली और केएल राहुल जैसे बड़े नाम पविलियन लौट चुके थे भारत को 59 के स्कोर पर पांचवां झटका लगा। ध्रुव जुरेल पर मिडल ऑर्डर की जिम्मेदारी थी मगर वह भी 11 रन बना पाए। उन्हें मिचेल मार्श ने लैबुशेन के हाथों कैच कराया भारत को 73 के स्कोर पर छठा झटका लगा। वाशिंगटन सुन्दर पर टीम ने स्पिन के साथ साथ बैटिंग पर भी भरोसा जताया। मगर वह चार रन बनाकर मिचेल मार्श का शिकार बने। भारत को 121 के स्कोर पर सातवां झटका लगा। ऋषभ पंत 78 गेंद में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 37 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें कमिंस ने स्मिथ के हाथों कैच कराया।
128 के स्कोर पर भारत को आठवां झटका लगा। हेजलवुड ने हर्षित राणा को स्लिप में लैबुशेन के हाथों कैच कराया। वह सात रन बना सके भारत को 144 के स्कोर पर नौवां झटका लगा। हैजलवुड ने जसप्रीत बुमराह को विकेटकीपर कैरी के हाथों कैच कराया। वह आठ रन बना सके उसके बाद दसवां विकेट नीतीश रेडडी के रूप में गिरा जिन्होंने 59 बॉल मैं 41 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलकर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया और पूरी टीम 150 रन पर आल आउट हो गई।