आर्यन कपूर
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों में भारत पहली बार घर पर
क्लीन स्वीप का शिकार हो गया। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार
है जब भारत को घर पर किसी ने इतनी करारी शिकस्त दी हो। इस होम सीजन में
भारत की बल्लेबाजी बहुत फीकी दिखाई दी। खासकर भारतीय टीम की बल्लेबाजी की
रीढ़ कहे जाने वाले रोहित शर्मा और विराट कोहली पूरी तरह फेल हुए।

10 पारियां और सिर्फ एक हाफ सेंचुरी
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में भारत की पारी एक बार फिर
लड़खड़ा कर ढेर हो गई। लेफ्ट-आर्म स्पिनरों ने एक बार फिर भारतीय
बल्लेबाजों को परेशान किया। विराट कोहली और रोहित शर्मा इन दोनों का
बल्ला न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पूरी तरह शांत रहा। बांग्लादेश के खिलाफ भी
दो टेस्ट मैचों की सीरीज में दोनों अनुभवी बल्लेबाज रन नहीं बना पाए थे।
न्यूज़ीलैंड सीरीज में भी इन दोनों के बल्ले से सिर्फ 1-1 हाफ सेंचुरी ही
आई। हैरानी की बात यह रही कि 10 पारियों में विराट और रोहित 200 रन भी
नहीं बनाए। इससे साफ पता चलता है कि दोनों रनों के लिए कितना संघर्ष कर
रहे हैं।

दोनों की फॉर्म भारत की लिए जरुरी
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। खराब होम
सीजन में भारत का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा। ऐसे में विराट और रोहित
अपनी खराब फॉर्म के कारण आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। दोनों बल्ले से
पूरे होम सीजन में फ्लॉप रहे। ऐसे में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के लिए
बड़ी चुनौती साबित होने वाली है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में
भी भारत का जाना अब मुश्किल नजर आ रहा है। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में
भारत को अपने दम पर WTC के फाइनल में जाने के लिए 4 मैच जीतने होंगे जो
काफी मुश्किल होगा लेकिन बड़ा सवाल भारत की बल्लेबाजी पर है। वर्ल्ड
टेस्ट चैंपियनशिप के टेबल में भारत पहले पायदान से फिसल कर 2 नंबर आ गया
है। 12 साल बाद घर पर सीरीज हारना भारत की चिंता बढ़ाने वाला साबित हुआ
क्योंकि न्यूज़ीलैंड के सामने भारतीय टीम घर पर पहली बार क्लीन स्वीप का
शिकार हो गई। लगातार तीन हार से भारत को पॉइंट्स टेबल में बड़ा नुकसान
हुआ है। ऐसे में रोहित शर्मा और विराट कोहली का बार-बार फेल होना भारतीय
टीम की चिंता को और ज्यादा बढ़ाने का काम कर रहा है।

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