हिमांक द्विवेदी
बांग्लादेश के ऑलरउंडर और पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। पहले तो उन्हे आईपीएल ऑक्शन में कोई खरीदार नहीं मिला और अब उन पर बैंक से धोखाधड़ी और फ्रॉड करने को लेकर बांग्लादेश की अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
शाकिब अल हसन बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी में टीम ने कई सीरीज और खिताब जीतें हैं। खेल के दौरान भी उन पर कई बार दूसरे देश के खिलाड़ियों से गलत व्यवहार और अनबन की खबरें आती रही हैं। एक बार बांग्लादेश प्रीमियर लीग में उन्होंने अम्पायर के फैसले का विरोध करते हुए स्टंप को पैर से गिरा दिया था जिसके बाद उनकी काफी फजीहत हुई थी और उन पर जुर्माना भी लगाया गया था। अब एक बार फिर वह विवादों के घेरे में आ गए हैं। मामला एक चेक बाउंस होने और धोखाधड़ी के आरोप से जुड़ा है।
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद के हटने के बाद से शाकिब अल हसन अगस्त 2024 से विदेश में रह रहे हैं। उनका नाम पिछले साल 15 दिसंबर को चेक धोखाधड़ी मामले में आया था। 18 दिसम्बर को अदालत ने शुरुआती सुनवाई के बाद उन्हें 19 जनवरी को पेश होने का आदेश दिया था लेकिन वह पेश नहीं हो पाए।

आईएफआईसी बैंक के अधिकारी शाहिबुर रहमान ने बैंक की ओर से एफआईआर दर्ज कराया था। रिपोर्ट के अनुसार शाकिब पर दो अलग-अलग चेक के माध्यम से (लगभग 4 करोड़ 14 लाख टका) बैंक से लिए गए लोन चुका नहीं पाने का आरोप लगा है। ढाका की अदालत में दायर याचिका में दावा किया गया है कि शाकिब अल हसन ने एक बैंक से संबंधित लेन-देन में चेक जारी किया था, जो बाउंस हो गया। यह आरोप लगाया गया है कि शाकिब ने चेक के जरिए किए गए भुगतान की गारंटी दी थी लेकिन बैंक ने उस चेक को स्वीकार नहीं किया क्योंकि खाते में पैसे न होने की वजह से चेक बाउंस हो गया, जिसके बाद याचिकाकर्ता ने इसे धोखाधड़ी करार दिया है और कानूनी कार्रवाई की मांग की।
शाकिब अल हसन पर यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने जानबूझकर वित्तीय लेन-देन में बेईमानी की, जिससे बैंक को बड़ा नुकसान हुआ। अदालत ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

बैंक से धोखाधड़ी के आरोप से पहले भी शाकिब अल हसन एक बड़ी मुसीबत में फस चुके थे। मामला ये है कि शाकिब को पिछले साल सितंबर में इंग्लैंड में हुए काउंटी मुकाबले के दौरान खराब बॉलिंग एक्शन के कारण इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने बैन कर दिया था। बॉलिंग एक्शन में सुधार के लिए शाकिब ने दो बार टेस्ट भी दिया, लेकिन उसमें वह पास होने में नाकाम रहे थे जिसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी उन पर बैन बरकरार रखा जिसके कारण शाकिब फरवरी में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी में भी नहीं खेले पाएंगे। अब उनके पर जेल जाने की तलवार लटक रही है।