~प्राची कपरुवाण
टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच सुपरस्पोर्ट पार्क, सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में तीन नए चेहरे देखे गए। दो साउथ अफ्रीका की ओर से और एक भारत की ओर से। तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा, नांद्रे बर्गर और बल्लेबाज़ डेविड बेडिंघम ने यहां अपने टेस्ट करियर का आगाज़ किया। यह मैच इन खिलाडियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बहुत अच्छा अवसर है।
बर्गर बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और बाएं हाथ से मध्यम तेज गति से गेंदबाजी। उन्होने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 40 मैचों में 27.85 के औसत से 3398 रन बनाए और 122 विकेट हासिल किए। उन्होने यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के विकेट चटकाकर भारत को बड़ा शुरुआती झटका दिया। यशस्वी उनकी एक बाहर की ओर सीम होती गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे। इसी तरह गिल उनकी एक लेग साइड की लेंग्थ बॉल पर गच्चा खा गए और उन्हें शरीर से दूर खेलना महंगा साबित हुआ। वहीं डेविड बेंडिघम दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उन्होने 40 फर्स्ट क्लास मैचों में 49.51 के औसत से कुल 1470 रन बनाए हैं। इसमें उनकी कुल 18 सेंचुरी और 22 हाफ सेंचुरी शामिल हैं।
प्रसिद्ध कृष्णा को मुकेश कुमार पर तरजीह दी गई है। इसकी बड़ी वजह यह है कि इस तेज़ गेंदबाज़ के पास अच्छी खासी गति है और इनकी कदकाठी भी काफी ऊंची है जिससे सेंचुरियन की तेज़ पिच पर वह गेंद को अच्छा खास उछाल देने में सक्षम हैं लेकिन वहीं मुकेश कुमार की गेंदबाज़ी सटीक ज़रूर है लेकिन उसमें गति की कमी है। प्रसिद्ध कृष्णा ने 12 मैचों में 17.29 के औसत से 54 विकेट हासिल किए हैं। अब उन्हें जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का साथ मिला है। हालांकि व्हाइट बॉल क्रिकेट में वह भारत की ओर से गेंदबाज़ी कर चुके हैं लेकिन अब उन्हें क्वालिटी पेस अटैक के सामने धारधार गेंदबाज़ी करनी होगी, तभी वह टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर सकेंगे। साउथ अफ्रीका के पिछले दौरे में मोहम्मद शमी ने सेंचुरियन टेस्ट जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। इस बार उन पर बड़ी ज़िम्मेदारी होगी। देखना है कि वह इस ज़िम्मेदारी पर कितने खरे उतरते हैं।