हार कर जीतने वाले को टीम इंडिया कहते हैं। टेस्ट सीरीज का पहला मैच हारने के बाद टीम इंडिया ने सीरीज पर कब्जा किया। ये टेस्ट इतिहास में भारत की ऐसी सातवीं टेस्ट सीरीज जीत है जिसका पहला मुकाबला भारतीय टीम हारी हो। इंग्लैंड को तीसरी बार, ऑस्ट्रेलिया को तीन बार और श्रीलंका को एक बार हरा चुके हैं।
इसकी शुरुआत 1972/73 में इंग्लैंड के खिलाफ हीं हुई थी। जहां पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड ने हमें पहला मैच दिल्ली में हराया था लेकिन उस सीरीज को भारतीय टीम ने 2-1 से अपने पक्ष में किया और उसके दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे। ऑस्ट्रेलिया से 2000-01 में तीन मैचों की सीरीज का भी पहला मैच हम मुंबई में हारे लेकिन अगले कोलकाता और चेन्नई में अगले दो टेस्ट जीतकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया। 2015 में श्रीलंका में भी यही हुआ पहला टेस्ट गंवाने के बाद 2-1 से हम सीरीज जीते थे। अश्विन प्लेयर ऑफ द सीरीज थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2016 और 2020 के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी पहला मैच हारने के बाद हमने दोनों सीरीज 2-1 से जीती थी। इंग्लैंड के खिलाफ 2020-21 में पहला मैच चेन्नई में गवाने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार वापसी की और सीरीज 3-1 से जीती। अश्विन सीरीज के हीरो रहे
जिन्होंने सीरीज में 32 विकेट लिए थे।
यह घरेलू मैदानों पर भारत की लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीत है। घर में लगातार सबसे ज्यादा सीरीज जीतने के मामले में भारत ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर है, जिसने अपने घर में लगातार 28 टेस्ट सीरीज़ अपने नाम करने का कीर्तिमान अपने नाम किया है। भारत को आखिरी बार घर में किसी टेस्ट सीरीज में हार का सामना 2012 में करना पड़ा था। तब इंग्लैंड ने भारत को भारत में 2-1 से हराया था। उसके बाद से टीम इंडिया अपने घर में कोई भी सीरीज नहीं हारी है।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ घर में लगातार तीसरी सीरीज जीत हासिल की है। 2012 के बाद भारत ने इंग्लैंड को 2016-17 में 3-0 से, 2020-21 में 3-1 से हराया था और अब ब इस सीरीज में 3-1 की निर्णायक बढ़त ले चुकी है। इन 17
सीरीज में हमने ऑस्ट्रेलिया को अपने घर में लगातार तीन बार मात दी है। वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ लगातार 2-2 सीरीज जीती हैं जबकि क सीरीज अफगानिस्तान के खिलाफ जीती है।