~दीपक अग्रहरी
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही एशेज सीरीज़ के पांचवें टेस्ट से कुछ तस्वीरें निकल कर आ रही हैं जिसने जेंटलमैन गेम कहे जाने वाले क्रिकेट को एक बार फिर से शर्मसार कर दिया है। यह पहला वाक्या नहीं है, जब अपने आप को इस खेल का पुरोधा कहने वाला और हमेशा से जेंटलमैन गेम की दुहाई देने वाले इंग्लैंड की तरफ से क्रिकेट की साफ-सुथरी साख पर कीचड़ उछाला गया हो।
दरअसल, पांचवें एशेज तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मार्नस लैबुशेन और उस्मान ख्वाजा को ओवल स्टेडियम में इंग्लैंड के एक प्रशंसक के साथ उलझते देखा गया। यह घटना तीसरे दिन के अंत में घटी, जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम में वापस जा रहे थे। यह प्रशंसक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को भड़काने की कोशिश में उन खिलाड़ियों पर बार-बार “बोरिंग” करके चिल्ला रहा था। जिस पर कंगारू बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और लैबुशेन वहां रूके और उसे जवाब दिया। ख्वाजा ने दर्शकों से “शांत रहने” को कहा जबकि लैबुशेन ने उस दर्शक से इन टिप्पणियों के प्रति नाराज़गी ज़ाहिर की जिसके बाद प्रशंसक ने तुरंत अपने व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी जिससे टकराव की स्थिति पर तुरंत विराम लग गया।
इससे पहले भी मौजूदा एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को दुर्व्यहार का सामना करना पड़ा था। अंग्रेजी दर्शकों ने लॉर्ड्स में दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान, मैच के अंतिम दिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर टीका-टिप्पणी की थी जिसके बाद एमसीसी ने पहचाने गए तीन सदस्यों को निलंबित कर दिया है। इंग्लैंड में हमेशा से दर्शकों द्वारा ऐसी हरकतें देखने को मिलती रही है। भारतीय टीम के साथ इसी भीड़ के अभद्र व्यवहार को नहीं भूला जा सकता। 2021 के इंग्लैंड दौरे पर हेडिंग्ले में तीसरे टेस्ट मैच के शुरुआती दिन मोहम्मद सिराज को ब्रिटिश समर्थकों ने निशाना बनाया था। अनियंत्रित भीड़ ने तेज गेंदबाज पर प्लास्टिक की गेंद से हमला किया था। इतना ही नहीं लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट में तीसरे दिन खेल के पहले सत्र के दौरान, प्रशंसकों ने भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल पर बोतल कॉर्क फेंके थे। मेहमान-नवाज़ी हर किसी के बस की नहीं है और इंग्लैंड के समर्थकों के इस व्यवहार पर कई सवाल खड़े होते हैं। इंग्लिश मीडिया और वहां के पूर्व खिलाड़ी हमेशा से खेल भावना को लेकर दूसरे देशों पर सवाल उठाते और ज्ञान देते रहते है लेकिन स्वयं उस पर अमल नहीं करते।