कुछ दिन पहले तक राहुल द्रविड़ ने साफ कर दिया था कि वह टीम इंडिया के कोच नहीं बनना चाहते। वह परिवार से और दूर नहीं रहना चाहते लेकिन बुधवार को अचानक खबर आती है कि वह टीम इंडिया के कोच पद पर बने रहेंगे। BCCI ने एक्स पर इसकी जानकारी दी।
आखिर क्या हुआ ऐसा कि द्रविड़ इसके लिए तैयार हो गए। पुख्ता जानकारी के अनुसार रोहित शर्मा और चयन समिति के अध्यक्ष अजित आगरकर ने उन्हें इसके लिए तैयार किया। दोनों के साथ द्रविड़ के काफी अच्छे संबंध हैं। कभी चयन समिति के अध्यक्ष और कोच सहित टीम प्रबंधन खिलाड़ियों के चयन के मामले में एक पेज पर नहीं दिखाई देते थे मगर हाल में दोनों के बीच अच्छी समझबूझ दिखाई दी। यहां तक कि रोहित और द्रविड़ में भी कभी टकराव की स्थिति नहीं आई। दोनों ने एक दूसरे का सम्मान किया। सच तो यह है कि रोहित इसी शर्त पर अगले टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की कप्तानी करने के लिए तैयार हुए हैं कि द्रविड़ टीम के कोच बने रहें। वैसे हफ्ते भर पहले द्रविड़ की बीसीसीआई के सचिव जय शाह से मुलाक़ात हुई थी। उस मीटिंग में भी द्रविड़ को मनाने की अच्छी खासी कोशिश की गई।
यहां गौरतलब है कि द्रविड़ का कार्यकाल वर्ल्ड कप तक ही थी। वर्ल्ड कप में भारत की ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में हार के साथ यह कार्यकाल भी खत्म हो गया। अब बोर्ड के साथ बातचीत के बाद यह तय हुआ है कि द्रविड़ कम से कम अगले टी-20 वर्ल्ड कप तक टीम के साथ बने रहेंगे। यह वर्ल्ड कप जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका में खेला जाएगा।
अब उन खबरों पर भी विराम लग गया है जिनमें वीवीएस लक्ष्मण को तुरंत प्रभाव से टीम इंडिया का कोच बनाने की बात कही गई थी। भारतीय टीम साउथ अफ्रीका दौरे पर दस दिसम्बर से सात जनवरी के बीच तीन टी-20, तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलेगी। द्रविड़ की दूसरी पारी यहीं से शुरू हो जाएगी।
राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट की नम्बर वन टीम रही और टीम ने 12 साल बाद वनडे के वर्ल्ड कप में फाइनल तक चुनौती रखी। इसके अलावा टीम ने उनके कार्यकाल में एशिया कप जीता। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने सेमीफाइनल तक अपनी चुनौती रखी। इसके अलावा टीम ने ऑस्ट्रेलिया न्यूज़ीलैंड और न्यूजीलैंड से घरेलू टेस्ट सीरीज जीती। बांग्लादेश से टेस्ट में हम जीते लेकिन वनडे सीरीज़ में टीम को हार का सामना करना पड़ा। में सीरीज जीती। वहीं, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज जीतने में भी टीम इंडिया कामयाब हुई जबकि साउथ अफ्रीका दौरे पर टेस्ट और वनडे सीरीज में भारत को हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड से भी पांचवें टेस्ट में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा।