प्राची कपरुवाण
क्रिकेटरों को अक्सर राजनीतिक पिच पर बैटिंग करते हुए देखा गया है। चाहे चेतन चौहान का उत्तर प्रदेश का और लक्ष्मीरतन शुक्ला और मनोज तिवारी का बंगाल का खेल मंत्री बनना हो या फिर मोहम्मद अज़हरूद्दीन, गौतम गम्भीर,
नवजोत सिंह सिद्धू, मनोज तिवारी और कीर्ति आज़ाद का सांसद बनना। यहां तक कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान तो प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे।
शाकिब अल हसन बने सांसद
इसी फेहरिस्त में एक और क्रिकेटर का नाम भी इस सूची में जुड़ गया है। बांग्लादेशी टीम के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने रविवार को भारी जीत के साथ संसद में सीट हासिल की। उन्होंने बांग्लादेश की मगुरा सीट में 185,388 मतों के साथ जीत हासिल की।
शाकिब का क्रिकेट करियर
शाकिब क्रिकेट जगत के छठे सबसे युवा कप्तान रहे हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत भारत के खिलाफ 2007 में की और आयरलैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। उनकी सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वह तीनों
फॉर्मेट में आईसीसी रैंकिंग में नम्बर वन ऑलराउंडर रह चुके हैं।
शाकिब ने पिछले साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप में बांग्लादेश की टीम की कप्तानी की मगर उनकी टीम नौ लीग मैचों मे केवल दो मैच जीत पाई। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गोपालगंज-3 से भारी मत के साथ जीत हासिल की। सांसद के रूप में यह उनका आठवां साल है। उनकी पार्टी अवामी लीग ने 223 सीटों के साथ रविवार को सरकार बनाई। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शाकिब अल हसन को कहा कि उन्हें भाषण देने के पचड़े में पड़ने की जरुरत नहीं है और वह राजनीति के मैदान पर आकर छक्के लगाएं। वही कुछ शाकिब अल हसन ने कर दिखाया।
गम्भीर से लेकर इमरान खान तक….
खिलाड़ियों का राजनीति में शामिल होना दुनिया भर में अब एक आम बात हो गई है। कई क्रिकेटरों ने क्रिकेट के बाद अपना हाथ राजनीति में भी आजमाया। 2011 की वर्ल्ड कप विनिंग टीम के सदस्य गौतम गंभीर पिछले लोकसभा चुनावों
में पूर्वी दिल्ली से सांसद चुने गए। वहीं टीम इंडिया के एक अन्य सलामी बल्लेबाज़ नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर सीट से चुनाव जीतकर राज्य के पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री भी बने।
मनोज तिवारी पश्चिम बंगाल से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्य के खेलमंत्री बने। इसी तरह इसी राज्य से लक्ष्मीरतन शुक्ला और उत्तर प्रदेश से चेतन चौहान खेल मंत्री बने। 1983 की वर्ल्ड कप विनिंग टीम के सदस्य कीर्ति आजाद बिहार की दरभंगा सीट से बीजेपी की सीट पर तीन बार जीते। बाद में वह भी नवजोत सिद्धू की तरह कांग्रेस में शामिल हो गए।
विदेशी खिलाड़ियों में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान अपने मुल्क के प्रधानमंत्री बने। इसी तरह बांग्लादेश के मशरफे मुर्तजा और श्रीलंका से अर्जुन रणतुंगा भी सांसद बने। अब शाकिब अल हसन को बड़ी ज़िम्मेदारी मिली है। हालांकि क्रिकेट मैदान पर कई मौकों पर वह अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पाए हैं। देखना है राजनीति की पिच पर वह कितने कूल दिखाई देते हैं।