मौजूदा पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक मिचेल स्टार्क ने
खुद को आईपीएल सहित फ्रेंचाइजी क्रिकेट से दूर रखा है। उनका मानना है कि
वह आस्ट्रेलिया के लिये खेलते समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते
हैं। स्टार्क के लिए ऑस्ट्रेलिया की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलना उनकी
प्राथमिकता है। उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में युवा क्रिकेटर भी ऐसा ही
सोचेंगे ।
स्टार्क के कई साथी खिलाड़ी आईपीएल, बिग बैश लीग सहित दुनिया की शीर्ष टी
20 लीगों में खेल रहे हैं लेकिन स्टार्क इन सभी से दूर रहे हैं। उन्होंने
कहा टेस्ट क्रिकेट 100 से अधिक साल से खेला जा रहा है और ऑस्ट्रेलिया के
लिए खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए काफी अहम होता है। इन खिलाड़ियों ने
WTC फाइनल की अच्छी खासी तैयारी की। वहीं अधिकतर भारतीय खिलाड़ी आईपीएल
खेलने के बाद फाइनल में उतरे थे और वे थके हुए भी नजर आ रहे थे।
मिचेल स्टार्क ने कहा कि मै उम्मीद करता है कि आने वाले पीढ़ी टेस्ट
क्रिकेट को प्राथमिकता देगी। फ्रेंचाइजी क्रिकेट में इतना पैसा है कि
इसका ही बोलबाला दिख रहा है। स्टार्क ने 2015 में आईपीएल में आरसीबी की
ओर से खेले थे। उन्होंने कहा कि मैं फिर आईपीएल खेलना चाहूंगा, लेकिन
मेरा इससे भी बड़ा लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छा खेलना है, फॉर्मेट
चाहे कोई भी क्यों न हो।
ऑस्ट्रेलिया ने ओवल पर भारत को 209 रन से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
का टाइटल अपने नाम किया। इसी के साथ कंगारू टीम सभी आईसीसी टाइटल जीतने
वाली पहली टीम बन गई है। स्टार्क की पत्नी एलिसा हीली भी इंटरनेशनल
क्रिकेटर हैं। वह 2 बार वनडे तो 6 बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने
वाली टीम की सदस्य रह चुकी हैं। पूर्व भारतीय दिग्गज रवि शास्त्री से
लेकर सुनील गावस्कर तक ने बड़े इवेंट से पहले खिलाड़ियों के वर्कलोड पर
चिंता जताई है। उन्होंने आईपीएल को लेकर भी निशाना साधा था।