~ दीपक अग्रहरी
एलिक अथानाज़ की फुलटॉस को ऑफ साइड में कवर की ओर आसानी से टहला कर कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी 10वीं टेस्ट सेंचुरी पूरी की। यह सेंचुरी भारतीय कप्तान की वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरी और कैरेबियन द्वीप में उनका पहली सेंचुरी है। 2013 में ईडन गार्डन्स में इसी टीम के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत करने वाले मौजूदा भारतीय कप्तान के नाम 51 टेस्ट मैचों में 15 हाफ सेंचुरी भी हैं। रोहित टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए ओपनिंग करते हुए चार बार तीन अंकों तक पहुंचे हैं।
2022 में दक्षिण अफ्रीका में सीरीज हारने के बाद विराट कोहली कप्तानी से हट गए थे जिसके बाद रोहित शर्मा को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया। कप्तान के रूप में ये उनकी दूसरी और भारत के बाहर भी दूसरी सेंचुरी है। रोहित आमतौर पर आक्रामक शैली में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन डॉमिनिका में खेली गई यह पारी उनके स्वभाव से विपरीत थी, जहां उन्होंने धैर्य से खेलते हुए धीरे-धीरे अपनी पारी को संवारा और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों का सम्मान करते हुए 221 गेंदों पर 103 रनों की एक शानदार पारी खेली।
कप्तान के लिए ये रन इसलिए भी महत्त्वपूर्ण थे क्योंकि उनके फार्म पर लगातार सवाल उठ रहे थे। आइपीएल में बल्ले से बुरी तरह असफल रहने के बाद मुम्बई का यह बल्लेबाज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी कोई कमाल नहीं कर पाया था। रोहित ने ओवल में हुए फाइनल में पहली और दूसरी पारी में क्रमशः 15 और 43 रन बनाए थे और भारत वह मैच ऑस्ट्रेलिया से 209 रनों के भारी अंतर से हार गया था।
आने वाले महीनों में भारतीय टीम को एशिया कप और वर्ल्ड कप खेलना है यह देखते हुए कि भारत पिछले 10 वर्षों से कोई भी आइसीसी खिताब नहीं जीत पाया है और इसी का दबाव भी भारतीय क्रिकेटरों पर है। रोहित शर्मा के लिए यह पारी उनका आत्मविश्वास बढाएगी और भारतीय फैंस भी चाहेंगे कि हिटमैन अपने पुरानी फार्मं में लौट आये।