वैभव मुद्गल
2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के हीरो जोगिंदर शर्मा की पूर्व कप्तान एमएस धोनी से हाल ही में मुलाक़ात हुई। जोगिंदर पूरे 12 साल बाद माही से मिले और वह इस दौरान काफी खुश नजर आए। जोगिंदर शर्मा ने इस मुलाकात की कुछ झलकियां अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की। उन्होंने कहा कि वह 12 साल बाद धोनी से मिलकर बहुत खुश हैं। जोगिंदर ने ‘ऐ यार सुन यारी तेरी’ नाम का एक पुराना हिंदी गाना पोस्ट करते हुए कैप्शन दिया, “बहुत लंबे समय के बाद धोनी से मिलकर अच्छा लगा। लगभग 12 साल बाद आपसे मिलने का मजा आज अलग था।”
जोगिंदर शर्मा ने भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप का चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। धोनी ने फाइनल का आखिरी ओवर जोगिंदर शर्मा को देकर एक तरह से जुआ खेला और जोगिंदर उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे। माही का जोगिंदर को आखिरी ओवर देना एक निर्णायक फैसला साबित हुआ। मिस्बाह उल हक का विकेट लेकर जोगिंदर शर्मा ने भारत को पहला टी20 वर्ल्ड कप खिताब जिताया था।
जोगिंदर ने ओवर की शुरुआत वाइड से की, जिससे तनाव और बढ़ गया। अगली गेंद डॉट रही। उसके बाद मिस्बाह ने छक्का लगाया, जिससे पाकिस्तान जीत के बेहद करीब पहुंच गया और उसे चार गेंदों में केवल छह रन की जरूरत थी। दबाव बहुत ज्यादा था, लेकिन धोनी शांत रहे और जोगिंदर को ध्यान केंद्रित करने और योजना को अंजाम देने के लिए प्रोत्साहित किया।
चौथी गेंद पर मिस्बाह ने जोखिम भरा फाइन लेग के ऊपर अगला स्कूप शॉट खेलने की कोशिश की और उसे शॉर्ट फाइन लेग पर खड़े श्रीसंत ने लपक लिया। मिस्बाह आउट हो गए और भारत ने पहला टी20 विश्व कप पांच रन से जीत लिया।