आयुषी सिंह
मोहम्मद शमी 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। अब वह इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार को होने वाले पहले टी20 मैच में खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लंबे समय से इंजरी के करण मैदान से बाहर रहे शमी ने इस दौरान खुद को मानसिक और शारीरिक रुप से मजबूत बनाने पर ध्यान दिया।
बीसीसीआई के एक वीडियो में उन्होंने कहा कि कठिन समय में असली परीक्षा यह होती है कि कौन आपके साथ खड़ा रहता है। मैंने पूरे एक साल इंतजार किया और कड़ी मेहनत की। यह डर हमेशा रहता था कि दौड़ते समय कहीं इंजरी फिर से न हो जाए।
शमी ने आगे कहा कि खेलों में हमें हमेशा गिरकर उठने की आदत डालनी चाहिए। जब हम बच्चे होते हैं तो चलना सीखते वक्त कई बार गिरते हैं लेकिन चलते रहना नहीं छोड़ते। यही बात खिलाड़ी के जीवन पर भी लागू होती है। इंजर्ड होने के बावजूद हमें अपनी टीम और देश के लिए वापसी करनी चाहिए।
बीसीसीआई के वीडियो में शमी को पतंग उड़ाते हुए भी दिखाया गया। उन्होंने पतंग उड़ाने को आत्मविश्वास का प्रतीक बताया। शमी ने कहा चाहे वह पतंग उड़ाना हो, गेंदबाजी करना हो या कार चलाना, अगर आप खुद पर विश्वास रखते हैं तो आप किसी भी काम को बखूबी कर सकते हैं। 15 साल बाद भी मैं पतंग उड़ाने में अच्छा हूं। आत्मविश्वास होना बेहद जरूरी है।
शमी ने अपनी इंजरी से उबरने और फिटनेस हासिल करने के सफर को याद किया। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए पूरी लय में होने के बाद इंजर्ड होना और फिर एनसीए जाकर रिहैब से गुजरना बेहद मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस समय में खुद को बहुत मजबूत बनाया और मुश्किल समय में भी पॉजिटिव बने रहने की कोशिश की।
शमी ने एनसीए के स्टाफ का धन्यवाद करते हुए कहा कि इंजरी से उबरने में उन्होंने पूरा सहयोग दिया। यह सफर आसान नहीं था लेकिन अगर आप मेहनत करते हैं तो आपको उसका फल जरूर मिलता है।
शमी ने बताया कि उनकी वापसी आसान नहीं थी लेकिन अब वह पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जब आप रन बनाते हैं या विकेट लेते हैं तो हर कोई आपके साथ होता है लेकिन असली परीक्षा तब होती है जब आप मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं। उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि इस परीक्षा में खरे उतरे और अब टीम की सफलता में योगदान देने को तैयार हैं।
शमी की इस वापसी ने न केवल उनकी फिटनेस और मेहनत को साबित किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि धैर्य और आत्मविश्वास किसी भी खिलाड़ी को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं।