टी-20 सीरीज़ जीतने के बाद टीम इंडिया अब बढ़े हुए मनोबल के साथ उतरेगी वनडे में

Date:

Share post:

– Reetinder Singh Sodhi

तीसरे टी-20 मुक़ाबले में जब इंग्लैंड ने भारत के सामने बड़ा लक्ष्य रखा तो ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड यह मैच आसानी से जीत जाएगा लेकिन उसे जीत इतनी आसानी से नसीब नहीं हुई। वैसे एक सच यह भी है कि  टीम के कई बड़े खिलाड़ियों को इस मैच में आराम दिया गया था क्योंकि भारतीय टीम सीरीज़ में 2-0 की निर्णायक बढ़त बना चुकी थी। भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए तीन विकेट जल्दी खो दिए थे लेकिन फिर सूर्य कुमार यादव क्रीज़ पर आए और आते ही उन्होंने महफिल लूट ली। कोई भी यह बात नहीं कह रहा कि इंग्लैंड जीता या हारा, सीरीज का क्या हुआ सब जगह यही बात हो रही है। साथ ही यह भी कि सूर्य कुमार यादव ने इस मैच में सेंचुरी बनाई और जिस तरह की पारी उन्होंने खेली, वह वास्तव में कमाल की थी।

जब आप किसी बड़े टेस्ट प्लेइंग देश में खेलने जाते हैं तो वहां काफी दबाव होता है और कंडीशंस भी विपरीत होती हैं और जब बड़े लक्ष्य का पीछा करना होता है तो दबाव और बढ़ जाता है लेकिन इन कंडीशंस में सूर्य कुमार यादव जब बल्लेबाज़ी करने आए और उन्होंने इतनी बेहतरीन बल्लेबाज़ी की कि तब ऐसा लगने लगा कि वह मैच को जिता देंगे। इस खिलाड़ी में भरपूर टैलेंट है और इस खिलाड़ी की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है और इस खिलाड़ी की फॉर्म टी-20 वर्ल्ड कप में अन्य टीमो के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।

रवि बिश्णोई, उमरान मालिक और आवेश खान आईपीएल के स्टार खिलाड़ी साबित हुए लेकिन जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं तो बहुत कुछ अलग हो जाता है और अभी इन खिलाड़ियों में इस स्तर के अनुभव की कमी है। उमरान और आवेश दोनों गेंदबाज़ी करते हुए अपनी लाइन और लेंथ से भटक रहे थे और रवि बिश्नोई का मनोबल जैसा आईपीएल में दिखता है वैसा इस मैच में नही दिखा। ये सही है कि ये खिलाड़ी अभी नए हैं, इन्हें समय लगेगा। अनुभव प्राप्त करने में और आप इन्हें धीरे धीरे और बेहतर बना सकते हैं लेकिन इन खिलाड़ियों के पास अपने आप को साबित करने का मौका था और टी 20 वर्ल्ड कप बहुत पास है और सेलेक्टर्स की नज़र हर एक खिलाड़ी पर जमी हुई है लेकिन इन तीनों खिलाड़ियों ने मैच में काफी निराश किया है।

अभी ये सब खिलाड़ी युवा हैं और अभी इन्होंने शुरुआत की है और मुझे विश्वास है कि जैसे जैसे आगे बढ़ेंगे, सीखते जाएंगे और बेहतर होते जाएंगे। इसके अलावा मैं रोहित शर्मा की कप्तानी से संतुष्ट हूं। वह हाल ही में कप्तान बने हैं। रोहित शर्मा और उनके लिए ये सीरीज बहुत अहम थी। अभी सबका ध्यान टी 20 वर्ल्ड कप पर है लेकिन हर एक इंटरनेशनल मैच भी भारत के लिए जरूरी है और राहुल द्रविड़ भी पूरी कोशिश करेंगे कि वनडे सीरीज भी जीतें और जिस तरह की फॉर्म हमारे खिलाड़ियों के पास है, उसे देखते हुए यही कहना ठीक होगा कि इंग्लैंड के लिए यह सीरीज़ भी आसान होने वाली नहीं है।

(लेखक टीम इंडिया की ओर से खेल चुके हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बढ़ा सकते हैं भारत का इंतजार

इस आइसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय बल्लेबाजों को जिन चुनौतियों से पार पाना होगा उनमें से एक...

क्या इंग्लैंड में फिर है चैंपियन बनने की ताकत, लेकिन टीम में कमजोरियां भी कम नहीं

पांच अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत होगी। पहले ही मैच...

इंग्लैंड के लिए वर्ल्ड कप में अहम होगें ब्रूक

पांच अक्टूबर से इंग्लैंड अपने वर्ल्ड कप खिताब को बचाव रखने के इरादे से उतरेगा। अनुभवी बेन स्टोक्स...

वर्ल्ड कप में मौजूदा खिलाड़ियों में सबसे सफल बल्लेबाज और गेंदबाज

वन डे वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे सफल बल्लेबाज की अगर बात करे तो सचिन तेंडुलकर का...