मनोज जोशी
नई दिल्ली : हरमनप्रीत कौर और सूर्यकुमार यादव…अपने फन के फनकार। दोनों का बल्ला जब घूमता है तो टीम की बड़ी से बड़ी मुश्किल हल हो जाती है। यहां ज़िक्र इन दोनों बल्लेबाज़ों का इसलिए किया जा रहा है क्योंकि दोनों को ही इंग्लैंड से प्रकाशित होने वाली पत्रिका विज़डन ने सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों की सूची में चुना है।
हरमन ने पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच में 111 गेंदों पर 143 रन की नॉटआउट पारी खेली थी और उससे पिछले मैच में भी शानदार हाफ सेंचुरी बनाई थी।
उनकी इन दो पारियों का ही कमाल था कि भारतीय टीम 1999 के बाद पहली बार न सिर्फ इंग्लैंड में वनडे सीरीज़ जीतने में कामयाब रही बल्कि सीरीज़ का क्लीन स्वीप करने में भी सफल रही। पिछले साल 17 वन डे मुक़ाबलों में उनका औसत 58 रन प्रति पारी का रहा और सर्वश्रेष्ठ स्कोर 142 रन का रहा।
वहीं सूर्यकुमार यादव आज टी-20 क्रिकेट में दुनिया के नम्बर एक बल्लेबाज़ हैं। पिछले साल 31 मैचों में उन्होंने 1164 रन बनाए और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 187.43 रन का रहा।
उन्होंने इस साल दो सेंचुरी और नौ हाफ सेंचुरी लगाई। उन्होंने नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ और माउनगुनई में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शानदार सेंचुरी बनाई और दोनों सेंचुरियो में उनका स्ट्राइक रेट 200 रन से भी अधिक का रहा। सूर्यकुमार यादव को ऐसे ही 360 डिग्री प्लेयर नहीं कहा जाता। उनके शॉट्स की रेंज ज़बर्दस्त है। वह विकेट के पीछे, दाएं, बाएं, मिडविकेट और कवर की ओर भी शॉट्स खेलने में माहिर हैं और ज़रूरत पड़ने पर कदमों का इस्तेमाल करने में भी वह किसी से पीछे नहीं हैं।
इस बार आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छह में से चार मौकों पर गोल्डन डक के शिकार होने के बावजूद वह विचलित नहीं हुए। ज़ाहिर है कि जब उन्हें ज़िम्मेदारी दी गई तो उनकी कला और भी निखरकर सामने आई। देश को हरमन और सूर्यकुमार यादव पर नाज़ है। हरमन भी बड़े बड़े शॉट्स खेलने में यकीन रखती हैं। इंग्लैंड से सीरीज़ जीतने के अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर जीतने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है।