इस आइसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय बल्लेबाजों को जिन चुनौतियों से पार पाना होगा उनमें से एक है बाएं हाथ के तेज गेंदबाज। नीदरलैंड को छोड़कर, अन्य सभी आठ टीमों के पास के पास कम से कम एक प्रमुख बाएं हाथ का मध्यम तेज गेंदबाज है। बाएं हाथ के सीम तेज गेंदबाज के खिलाफ भारतीय टॉप आर्डर असहज नजर आया है। चाहे वह 2019 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के दौरान मैनचेस्टर में ट्रेंट बोल्ट हों, या 2021 और 2022 में क्रमशः दुबई और मेलबर्न में शाहीन शाह अफरीदी हों, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजी के लिए कड़ा इम्तिहान साबित हुए हैं और इसीलिए विश्व कप में जिन टीमों के पास अच्छे बाएं हाथ के गेंदबाज हैं, वे उन्हें भारतीय टॉप आर्डर के खिलाफ उतारना चाहेंगी।
मिचेल स्टार्क, ट्रेंट बोल्ट और शाहीन शाह आफरीदी के अलावा कुछ अन्य बाएं हाथ के अन्य गेंदबाजों पर एक नजर डालते हैं जो विश्व कप 2023 में भारत को परेशान कर सकते हैं।
रीच टॉपले
जब टीमें इंग्लैंड के खिलाफ खेलेंगी तो 29 वर्षीय खिलाड़ी विपक्षी टीमें के लिए एक खतरा होगा। टापले लंबी कद काठी के हैं और गेंद को स्विंग कराते हैं। यह गेंदबाज नियमित रूप से हार्ड लेंथ हिट भी कर सकता है, जो बल्लेबाजों को दोहरे मांइडसेट में रहने के लिए मजबूर कर सकता है कि गेंद को खेलें या छोड़ दें।
शौर्यफुल इस्लाम
शौर्यफुल इस्लाम न केवल नई गेंद को स्विंग करा सकते हैं बल्कि लगभग 135 KPH की तेज गति से गेंदबाजी भी कर सकते हैं। वर्ल्ड कप में पुणे में भारत का मुकाबला बांग्लादेश से होगा। यहां की पिच ज्यादातर नई गेंद से तेज गेंदबाजों को मदद करती है। शौर्यफुल को अभी भारत के खिलाफ एक भी मैच नहीं खेंले हैं। देखा गया है कि भारत का उन गेंदबाजों के खिलाफ खराब रिकॉर्ड रहा है जिनका उसने पहले कभी सामना नहीं किया है।
सैम करन
सैम करन नई गेंद के गेंदबाज नहीं हैं, लेकिन वह भी शुरुआती ओवरों में पिच से मदद मिलने पर गेंद को स्विंग करा सकते हैं। हालाकि, उनकी ताकत पुरानी गेंद और डेथ ओवरों में है, जहां वह स्लोअर बॉल यॉर्कर और बाउंसर में बल्लेबाजों को फंसाते हैं। इस आलराउंडर ने इंग्लैंड के लिए 26 वनडे मैचों में 36 की औसत से 28 विकेट हासिल किए हैं।
मार्को येनसन
मार्को येनसन आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं। 6’8′ इंच लंबा यह तेज गेंदबाज किसी भी विकेट पर उछाल हासिल कर सकते हैं और नई गेंद से घातक साबित हो सकता है। ईडन गार्डन्स में भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से होगा। इस स्टेडियम पर गेंदबाजों को शुरुआती ओवरों में स्विंग मिलती है। लेकिन गेंद पुरानी हो जाने पर ईडन गार्डन्स बल्लेबाजी के के लिए आसान हो जाती है जिससे मार्कों येनसन डेथ ओवरों में महंगे साबित हो सकते हैं।
भारत को वर्ल्ड कप जीतने के लिए बाएं हाथ के इन तेज गेंदबाजों को बेअसर करना होगा।