मंगलवार को दुबई में मंगल बाज़ार लगेगा। ऐसा बाज़ार जहां आईपीएल नीलामी के बाद कुछ खिलाड़ियों के चेहरे खिले होंगे तो कुछ के चेहरे मुरझाए हुए दिखेंगे। सबसे ज़्यादा मांग बल्लेबाज़ों और तेज़ गेंदबाज़ों की है। वैसे जगह 77 खिलाड़ियों के लिए है जिसमें 30 विदेशी खिलाड़ियों के लिए है। अब यह टीमों पर निर्भर करता है कि वे सभी 25 खिलाड़ी टीम में रखते हैं या 20-22 खिलाड़ियों से ही काम चलाते हैं।
इस वक्त सबसे ज़्यादा पैसा गुजरात टाइटंस की टीम के पास बचा है। 38.15 करोड़ रुपये में उसकी प्राथमिकता बल्लेबाज़ और तेज़ गेंदबाज़ होंगे। वैसे गिल, साहा, मिलर, विलियम्सन, साई सुदर्शन और अभिनव महोहर जैसे बल्लेबाज़ उसके पास हैं। भारतीय बल्लेबाज़ों पर उनकी निगाहें रहेंगी। साथ ही तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर शमी, मोहित और दर्शन नालकुंडे और विदेशी खिलाड़ियों में जोशुआ लिटिल मौजूद हैं। ज़ाहिर है कि शमी के स्तर का तेज़ गेंदबाज़ ज़रूर वह रखना चाहेंगे। कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हैज़लवुड इस टीम की प्राथमिकता रहेंगे।
सनराइज़र्स हैदराबाद के पास 34 करोड़ बचे हैं और यह टीम इस आईपीएल की सबसे संतुलित टीम है। इतनी बड़ी धनराशि में यह टीम क्वालिटी खिलाड़ियों के लिए बड़े दाम लगा सकती है। तीसरे नम्बर पर केकेआर की टीम है जिसके पास 32.70 करोड़ रुपये हैं। इस टीम को तेज़ गेंदबाज़ चाहिए क्योंकि हर्षित राणा, वैभव अरोड़ा और आंद्रे रसेल के रूप में तेज़ गेंदबाज़ों से उनका काम चलने वाला नहीं है। इसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के पास 31.4 करोड़ रुपये की धनराशि है। इस टीम को बल्लेबाज़ चाहिए और साथ ही एक क्वालिटी फास्ट बॉलर भी चाहिए। नवीन उल हक, मार्क वुड और मोहसिन खान को रिप्लेस करने के लिए स्तरीय तेज़ गेंदबाज़ चाहिए। बल्लेबाज़ों में धोनी, कॉन्वे, रुतुराज गायकवाड़, रहाणे, जडेजा और शिवम दूबे के अलावा उनके पास कोई धाकड़ बल्लेबाज़ नहीं है। साथ ही ये टीम क्वालिटी फास्ट बॉलर की भी खोज करेगी क्योंकि मथीशा पथिराना और दीपक चाहर को छोड़कर उसके पास सभी तेज़ गेंदबाज़ अनुभवहीन हैं।
इसके बाद नम्बर पंजाब किंग्स का आता है जिसके पास 29.10 करोड़ रुपये हैं। इन्हें भी बल्लेबाज़ और फास्ट बॉलर चाहिए। मैथ्यू शॉर्ट, लिविंगस्टोन, जीतेश शर्मा, प्रभसिमरन, शिखर और सिकंदर रज़ा पर ही टीम की बल्लेबाज़ी निर्भर है। फास्ट बॉलिंग में टीम की निर्भरता कागिसो रबाडा और अर्शदीप पर ही टिकी है। दिल्ली कैपिटल्स के पास 28.25 करोड़ है जिसे खासकर धाकड़ बल्लेबाज़ों की ज़रूरत हैं। उसकी बॉलिंग बैलेंस है लेकिन बल्लेबाज़ी में वॉर्नर को छोड़कर कोई भी भरोसे का बल्लेबाज़ उसके पास नहीं है। ऋषभ पंत अगर इम्पैक्ट खिलाड़ी के तौर पर खेलते हैं तो टीम को एक अच्छा बल्लेबाज़ी का विकल्प मुहैया करा सकते हैं। आरसीबी के पास 23.25 करोड़ हैं और उसे स्पिनरों की दरकार है। बल्लेबाज़ी उसकी काफी मज़बूत है। मुम्बई इंडियंस के पास 17.75 करोड़ हैं। उसे बुमराह, हार्दिक पांड्या, आकाश मंडवाल और जेसन बेहरेनडोर्फ के साथ कम से कम दो क्वालिटी फास्ट बॉलर चाहिए। राजस्थान रॉयल्स के पास साढ़े 14 करोड़ रुपये हैं। उसे संजू, बटलर, यशस्वी, हैटमायर और ध्रुव जुरेल का साथ देने के लिए धाकड़ बल्लेबाज़ों की ज़रूरत है। लखनऊ सुपर जाएंट्स के पास 13.15 करोड़ हैं। यह टीम संतुलित है। इन्हें जो भी बढ़िया खिलाड़ी मिल जाता है, वह उसके लिए एक तरह से बोनस होगा।